"पूरी रात सोया नहीं, अधिकारियों से फोन पर संपर्क करता रहा" : अमृतपाल की गिरफ्तारी पर CM भगवंत मान 

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जोर देकर कहा, "पंजाब की जमीन ऊपजाऊ है और कुछ भी पैदा हो सकता है लेकिन नफरत का बीज कभी नहीं फलेगा, न ही इसके फलने-फूलने की अनुमति दी जाएगी."

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भगवंत मान ने अपने वीडियो संदेश में पंजाब के लोगों का आभार जताया है.
चंडीगढ़ :

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद कहा कि वह शनिवार को पूरी रात अमृतपाल को पकड़ने के अभियान में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहे. उन्होंने रविवार को कहा कि शांति एवं सौहार्द भंग करने की कोशिश करने वाले लोगों को कानून के अनुसार कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. मान ने रविवार को जारी वीडियो संदेश में पंजाब के लोगों का सहयोग देने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि वह नहीं चाहते कि युवा निहित स्वार्थ के कारण देश के खिलाफ अभियान के जरिये अपनी दुकान चला रहे लोगों से भ्रमित हों. 

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, ‘‘पंजाब की जमीन ऊपजाऊ है और कुछ भी पैदा हो सकता है लेकिन नफरत का बीज कभी नहीं फलेगा, न ही इसके फलने-फूलने की अनुमति दी जाएगी.''

मान ने कहा कि वह चाहते हैं कि पंजाब के युवाओं के हाथ में डिग्री हो, उच्च पदों के लिए नियुक्ति पत्र हो और खेल प्रतियोगिताओं में जीत के साथ पदक हो. 

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उन्होंने कहा कि जनता ने आम आदमी पार्टी को जिम्मेदारी दी है जिसने उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर लोगों की जान-माल की रक्षा करने का कार्य सौंपा है. 

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मान ने कहा, ‘‘इसके लिए हम कोई भी कार्रवाई कर सकते हैं या कड़ा कदम उठा सकते हैं.'' उन्होंने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है.

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पिछले महीने अमृतपाल की गिरफ्तारी में असफल होने की वजह से आलोचना का सामना कर रहे मान ने कहा कि वह अभियान के दौरान कोई खून-खराबा नहीं चाहते थे. 

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मान ने कहा कि शनिवार की रात को सूचना मिलने के बाद ‘‘मैं पूरी रात नहीं सोया और नियमित तौर पर हर 15 मिनट, आधे घंटे और एक घंटे पर सूचना लेने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर संपर्क करता रहा.''

उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता था कि सबकुछ (अमृतपाल को गिरफ्तार करने का अभियान) शांतिपूर्ण हो जाए.''

पिछले महीने 18 तरीख को अमृतपाल और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे' के सहयोगियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर मान ने कहा कि उक्त कट्टरपंथी अलगाववादी को पकड़ने की कोशिश के तहत ‘‘गोली चलाई जा सकती थी लेकिन हम खून-खराबा नहीं चाहते थे.''

अमृतपाल सिंह को पंजाब के मोगा जिले से रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है और उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है. 

मान ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘आज अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है. जो शांति और सौहार्द को भंग करने तथा देश के कानून को तोड़ने की कोशिश करेंगे उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. हम किसी निर्दोष को परेशान नहीं करेंगे. हम बदले की राजनीति नहीं करते.''

मान ने 23 फरवरी को अजनाला में हुई घटना को याद करते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक को गुरुग्रंथ साहिब की ‘मर्यादा' को कायम रखने के लिए सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया. 

उल्लेखनीय है कि अमृतपाल के समर्थकों ने अपने एक साथी को छुड़ाने के लिए अजनाला पुलिस थाने का घेराव किया था और वे अपने साथ गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी लेकर आए थे. 

मान ने अमृतपाल को पकड़ने के लिए 30 दिन से अधिक समय तक चले अभियान के दौरान राज्य में शांति बनाए रखने के लिए पंजाब के लोगों का भी आभार जताया. 

मान ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘आज, 35 दिन बाद अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.''

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं इन 35 दिनों के दौरान शांति एवं सौहार्द बनाए रखने के लिए पंजाब के 3.5 करोड़ लोगों का आभार जताता हूं.''

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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