CBI ने पुणे के एक बिल्डर की संपत्ति से अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर को जब्त किया है.ये हेलिकॉप्टर वधावन बंधुओं के 34 हजार करोड़ के बैंक फ्राड मामले में जब्त किया गया है. इस मामले के आरोपी अविनाश भोंसले को CBI ने 26 मई को गिरफ़्तार किया था. CBI की टीम DHFL घोटाला मामले में जांच के लिए इस बिल्डर के ठिकानों पर पहुंची थी.अधिकारियों ने कहा कि CBI पिछले कुछ दिनों से कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है ताकि घोटाले की आय से अर्जित संपत्ति का पता लगाया जा सके. CBI फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
उन्होंने कथित तौर पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में 17 बैंकों के एक संघ को डीएचएफएल की फर्जी खातों में 34,615 करोड़ रुपये का लोन देकर धोखा दिया. फिर उन्होंने फर्जी संस्थाओं को नकली लोन देकर डीएचएफएल में सार्वजनिक पैसे की चोरी करने के लिए कथित तौर पर शेल कंपनियों और एक समानांतर लेखा प्रणाली, जिसे "बांद्रा बुक्स" के रूप में जाना जाता है, का इस्तेमाल किया.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही ED ने झारखंड में अवैध खनन माफिया पर कार्रवाई करते हुए पानी का जहाज जब्त किया था. इसी जहाज़ से अवैध खनन माफिया खनन कर पत्थरों को झारखंड से बाहर ले जा रहे थे. जब्त किए गए पानी की जहाज की कीमत 30 करोड़ रुपये है. खास बात ये है कि इस जहाज़ को पश्चिम बंगाल में रजिस्टर्ड करवाया गया था, लेकिन इसे झारखंड में चलाया जा रहा था. इस जहाज को पंकज मिश्रा के करीबी राजेश यादव उर्फ दाहू यादव के लोग अवैध खनन कर पत्थरों को दूसरे राज्य भेजने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे.
अवैध खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए ईडी के अधिकारी झारखंड सरकार के प्रदूषण विभाग की टीम के साथ साहेबगंज जिले में 25 जुलाई से जांच कर रहे थे. ईडी ने साहेबगंज के मौजा सिमारिया इलाके में उस माइन का पता लगाया, जहां से अवैध खनन किया जा रहा था. इसके अलावा मौजा डेंबा इलाके में सरकारी मंजूरी वाले इलाके से ज्यादा जगह को घेर कर अवैध खनन किया जा रहा था. ये अवैध खनन को बिष्णु यादव और उसके लोग कर रहे थे. ईडी के मुताबिक, आरोपी 37.5 मिलियन क्यूबिक फीट अवैध खनन कर चुके हैं, जिसकी कीमत करीब 45 करोड़ रुपये है.
ईडी ने इस इलाके से 2 स्टोन क्रैशर जब्त किया था, जिसे विष्णु यादव और पवित्रा यादव मां अम्बे स्टेन वर्कस के नाम से इस्तेमाल कर रहे थे. इसके अलावा तीन ट्रक भी जब्त किए हैं, जिनके जरिये पत्थरों को जहाज तक पहुंचाया जा रहा था. झारखंड पुलिस ने इसे लेकर 2 केस दर्ज किए थे. पहला केस पानी के जहाज के मालिक के खिलाफ दर्ज किया गया है और दूसरा मामला अवैध खनन को लेकर था.