यूपी चुनाव (UP elections 2022) से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. आरपीएन सिंह (RPN Singh) ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व ज्योतिरादित्य सिंधिया, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, और यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की उपस्थिति में औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हुए. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा कि 32 सालों तक मैं एक पार्टी में ईमानदारी, लगन और मेहनत से एक पार्टी में रहा, लेकिन जिस पार्टी में इतने सालों तक रहा, अब पार्टी वैसी नहीं रह गई और न ही उस पार्टी की वैसी सोच रह गई है. बहुत समय से तमाम लोग मुझसे कहते थे कि भारतीय जनता पार्टी में आपको जाना चाहिए. बहुत समय तक मैंने सोचा, अंत में यही कह सकता हूं कि देर आए, दुरुस्त आए. अब कई राज्यों में चुनाव चल रहे हैं, मैं यूपी से आता हूं तो बताना चाहता हूं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जो योजनाएं यूपी में आई हैं, उस पर मुझे गर्व है. पूर्वांचल में जिन योजनाओं के लिए सपनों में सोचा जाता था,उसे हकीकत में डबल इंजन की सरकार ने संभव किया है. कानून-व्यवस्था भी यूपी में बहुत अच्छी हुई है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि छोटे से कार्यकर्ता के रूप में यूपी और देश के निर्माण में जो भी काम देंगे उसे पूरी निष्ठा से करूंगा.
बता दें कि इससे पहले आरपीएन सिंह ने ट्वीट किया है- यह मेरे लिए नई शुरुआत है. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी, और माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए तत्पर हूं.
गौरतलब है कि आज ही उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, उन्होंने इस्तीफा देते हुए लिखा था, 'आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं.' आरपीएन सिंह ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा था. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आरपीएन सिंह का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है. पूर्वी यूपी के कुशीनगर से ताल्लुक रखने वाले आरपीएन सिंह राज्य में कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक थे और सोमवार को जारी की गई पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम था. बताया जा रहा है कि भाजपा उन्हें उनके गढ़ पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव लड़वा सकती है, जहां से सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को उतारा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने हालही योगी कैबिनेट छोड़कर सपा का दामन थामा