कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को बड़ी राहत मिली है. अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल (KK Venugopal) ने वकील विनीत जिंदल की उस मांग को ठुकराया जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की इजाजत दी जाए. दरअसल विनीत जिंदल ने अटार्नी जनरल (एजी) केके वेणुगोपाल को एक पत्र लिखकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की अनुमति देने का अनुरोध किया था.
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उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता ने भारतीय न्यायपालिका के खिलाफ और उसकी गरिमा धूमिल करने वाली टिप्पणियां की हैं. विनीत जिंदल ने पत्र में राहुल गांधी के हालिया साक्षात्कार का हवाला भी दिया है जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था, 'इस देश में एक कानूनी तंत्र है जिसमें हर किसी को अपनी आवाज उठाने की 100 फीसदी आजादी है.
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इंटरव्यू के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि यह बिल्कुल साफ है कि भाजपा इन सभी संस्थाओं या व्यवस्थाओं में अपने लोगों को बैठा रही हैय यह बिल्कुल स्पष्ट है कि वे इस देश के संस्थागत ढांचे को छीन रहे हैं.