Delhi Pollution: गंभीर प्रदूषण से घिरी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालात पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार (Delhi Government) कठोर कदम उठाने जा रही है. दिल्ली में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. अब शहर में वैक्यूम मशीनें आठ घंटे के बजाय 12 घंटे धूल साफ करेंगी और टैंकर पानी का छिड़काव करेंगे. शहर में अब मोबाइल स्मॉग गन चलाई जाएंगी. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बसों की 2400 ट्रिप बढ़ाई गई हैं. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने यह बात कही है.
गोपाल राय ने कहा कि, दिल्ली और नॉर्थ इंडिया में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) तेजी से बढ़ा है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर निर्देश जारी होने के बावजूद कई टीमें ग्राउंड पर एक्टिव नहीं थीं. हर विभाग को स्पेशल ग्राउंड मॉनिटरिंग सिस्टम बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
1. दिल्ली में वैक्यूम मशीनें आठ घंटे के बजाय अब 12 घंटे धूल साफ करेंगी और टैंकर भी पानी का छिड़काव करेंगे.
2. हॉट स्पॉट के अलावा पूरी दिल्ली में अब मोबाइल स्मॉग गन चलाई जाएंगी.
3. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बसों की 2400 ट्रिप बढ़ाई गई हैं.
4. दिल्ली में आरके पुरम से केंद्रीय सचिवालय और गुलाबी बाग से दिल्ली सचिवालय शटल बस चलाई जाएगी.
5. मेट्रो में ट्रिप बढ़ी हैं लेकिन राइड नहीं बढ़ीं, लोगों से मेट्रो इस्तेमाल करने की अपील की गई है.
6. जिन गतिविधियों को निर्माण कार्य में छूट मिली है उन्हें धूल सम्बंधित नियम लागू करना जरूरी होगा. SDM और DPCC इसकी जांच करेंगे.
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि, शहर में स्टोन क्रशर, खनन जैसी गतिविधियां बंद रहेंगी. दिल्ली के अंदर और बाहर से आने वाली BS3 पेट्रोल और BS4 डीजल की चार पहिया गाड़ियां प्रतिबंधित रहेंगी. सोमवार को प्रदूषण की स्थिति के अनुसार निर्णय लिया जाएगा कि स्कूल खोलना है या नहीं.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय एक्टिव हो : गोपाल रायगोपाल राय ने बीजेपी की ओर से लगाए गए आरोपों पर कहा कि, बीजेपी का टेप रिकॉर्ड बज रहा है कि केजरीवाल की वजह से प्रदूषण बढ़ गया. मैं 24 घंटे दिल्ली में काम कर रहा हूं. हाथ जोड़कर विनती है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय एक्टिव हो. यूपी और हरियाणा के पर्यावरण मंत्री कहां हैं? NCR में डीजल गाड़ी चल रही हैं, ईंट भट्टे चल रहे हैं ये सब कब बंद होंगे? केंद्रीय पर्यावरण मंत्री कब सक्रिय होंगे?
राय ने कहा कि, CSE का डेटा कहता है कि खास तौर से सर्दियों में जो प्रदूषण बढ़ता है उसके स्रोत दिल्ली के अंदर कम हैं और दिल्ली के बाहर ज्यादा. दिल्ली सरकार के कदमों का असर दिख रहा है.
15-20 नवंबर तक की स्थिति में सबका सहयोग जरूरीउन्होंने कहा कि, अगर पूरे साल के प्रदूषण की बात करें तो 2015 में केवल 109 दिन ऐसे थे जब एयर क्वालिटी 'Good' थी. इस साल 200 से ज्यादा दिन 'Good' रही है. लेकिन एक नवंबर के बाद से खास तौर से 15-20 नवंबर तक की स्थिति में सबका सहयोग लिए बिना कंट्रोल करना मुश्किल है क्योंकि मौसम के चलते परिस्थितियों विपरीत हो जाती हैं.
उन्होंने कहा कि, जिस तरह से दिल्ली में काम हो रहा है अगर उसे तरह से एनसीआर में काम नहीं होगा तो उसका असर दिल्ली वालों को भी झेलना पड़ेगा. केंद्र सरकार के डेटा के हिसाब से पंजाब में पराली जलने की घटनाएं इस साल काफी कम हुई हैं. अभी हवा का रुख नॉर्थ-वेस्ट की तरफ से नहीं है जिसकी वजह से पंजाब में जो पराली जल रही है उसका दिल्ली में कंट्रीब्यूशन उतना नहीं है जितना बाकी आसपास के इलाकों से हो रहा है.
देश में 52 सबसे ज्यादा प्रदूषित जिलों में 20 हरियाणा केपर्यावरण मंत्री ने कहा कि, पंजाब में पराली जल रही है लेकिन पहले से कम जल रही है जिसको कंट्रोल करने की जरूरत है. लेकिन अभी हवा उस तरफ से नहीं आ रही है, जब नॉर्थ-वेस्ट की हवा चलती है तब पंजाब की पराली का धुआं आता है.
उन्होंने कहा कि, देश में 52 सबसे ज्यादा प्रदूषित जिलों में 20 केवल हरियाणा के हैं. दिल्ली और आसपास चारों तरफ प्रदूषण बढ़ रहा है. मेरा निवेदन है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को सक्रिय होना चाहिए. भाजपा की यूपी और हरियाणा में सरकार हैं. उनको सक्रिय होना चाहिए.