दिल्ली (Delhi Police ) में शराब पीकर वाहन चलाने वाले अब कोरोना महामारी की आड़ लेकर बच नहीं सकेंगे. एक साल बाद दिल्ली पुलिस ने ब्रीद एनालाइजर टेस्ट दोबारा शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने ड्रंक एंड ड्राइविंग (Drunk Driving ) के खिलाफ अपने अभियान को फिर तेज कर दिया है और शनिवार और रविवार को ब्रीद एनालाइजर टेस्ट (breathalyser tests ) के जरिये 90 लोगों को पकड़ा. दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस मुक्तेश चंदर (Delhi Special Commissioner of Police Muktesh Chander) ने एएनआई से बातचीत में कहा कि हमने खून में अल्कोहल की मात्रा बताने वाला ब्रीद एनालाइजर टेस्ट कोरोना महामारी के आने के बाद बंद कर दिया था, क्योंकि इस दौरान ड्राइवर के पास जाने की जरूरत पड़ती है.
अब कोविड के मामले राजधानी दिल्ली में काफी कम हो गए हैं औऱ लोग मस्ती करने सड़कों पर निकल रहे हैं तो शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है. चंदर ने कहा कि हम ब्रीद एनालाइजर (breath analyzer test ) के लिए डिस्पोजल पाइप का इस्तेमाल कर रहे हैं. हर बार ड्रंक एंड ड्राइविंग से जुड़े इस टेस्ट में नई पाइप का इस्तेमाल किया जाएगा.
सीनियर ट्रैफिक पुलिस अधिकारी (Delhi Traffic Police ) ने कहा कि अब पार्टी और डिनर के लिए बाहर जाने की प्रवृत्ति फिर से बढ़ी है, लिहाजा हमें शराब पीकर गाड़ी चलाने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, बार-पब औऱ होटलों में भीड़ बढ़ गई है.
लिहाजा हमने शहर में ड्रंक एंड ड्राइविंग पर रोक के लिए निगरानी बढ़ाने का निर्णय़ किया है. ऐसे टेस्ट के दौरान सभी ऐहितयाती उपाय किए जा रहे हैं. ऐसी जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारियों औऱ ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को पर्याप्त मात्रा में एनालाइजर पाइप, हैंड सैनेटाइजर और मास्क का प्रबंध करने को कहा गया है.
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना के रोजाना के मामले 50 से भी कम रह गए हैं. होटल, पब-बार समेत सभी तरह की आर्थिक और मनोरंजन की गतिविधियों को भी छूट दे दी गई है.