कांग्रेस की झारखंड इकाई के अध्यक्ष राजेश ठाकुर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने दो मई को तलब किया है. पार्टी प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी. कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि ठाकुर को 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी के संबंध में दिल्ली पुलिस के ‘इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस' (आईएफएसओ) कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है.
ठाकुर ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस से मंगलवार को मुझे नोटिस मिला. लेकिन यह मेरी समझ से परे है कि मुझे नोटिस क्यों दिया गया है. यह अराजकता के अलावा और कुछ नहीं है.''
उन्होंने कहा, ‘‘यदि कोई शिकायत थी तो उन्हें सबसे पहले सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर मेरे अकाउंट पर उपलब्ध सामग्री को सत्यापित करना चाहिए था. चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और चुनाव अभियान में मेरी व्यस्तता को समझा जा सकता है. इस स्थिति में, उन्होंने मेरा लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान मांगे हैं. चीजों को सत्यापित किये बिना समन जारी करना उचित नहीं है.'' ठाकुर ने कहा कि वह इस मामले में विधिक राय ले रहे हैं.
इसी बीच, कांग्रेस की झारखंड इकाई के ‘एक्स' हैंडल पर कहा गया है कि एक विधिक मांग पर अकाउंट पर रोक लगा दी गई है.
ठाकुर ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हमारे ‘एक्स' हैंडल पर कितनी जल्दी रोक लगा दी गई है, वह भी ऐसे समय में जब चुनाव प्रचार अपने चरम पर है. ऐसा लगता है कि विरोध की आवाज को दबाने के लिए यह एक सोची-समझी रणनीति है.''
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने शाह के फर्जी वीडियो को लेकर ‘इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर' (आई4सी) की शिकायत पर रविवार को एक प्राथमिकी दर्ज की थी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले आई4सी की शिकायत में कहा गया है कि वीडियो में शाह का बयान धार्मिक आधार पर मुस्लिमों का कोटा खत्म करने की प्रतिबद्धता की तरफ इंगित करता है, जबकि इस वीडियो में छेड़छाड़ करके प्रसारित किये गये फर्जी वीडियो को देखकर लगता है कि शाह सभी तरह का आरक्षण खत्म करने की वकालत कर रहे थे.
झारखंड भाजपा की तरफ से भी मंगलवार को शाह का फर्जी वीडियो प्रसारित करने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. इन दोनों आरोपियों के नाम शैलेंद्र हाजरा और रूपेश रजक हैं. भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा कि दोनों ने छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो प्रसारित किया.