दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे से दिल्ली पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गैंग को पकड़ा है. लाखों रुपये के नकली नोटों को बस से उत्तर प्रदेश लेकर जाया जा रहा था, तभी पुलिस ने इन्हें दबोच लिया. दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के मुख्य आरोपी दिनेश समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 45 लाख रुपये की नेपाली करेंसी और 16 लाख की नकली भरतीय करेंसी बरामद हुई है.
इस गैंग के पास से नकली नोटों के साथ नोट छापने वाला प्रिंटर और अन्य सामान भी बरामद हुआ है. इससे ऐसा लग रहा है कि ये गैंग अपना ठिकाना बदलने की फिराक में था. लेकिन दिल्ली पुलिस ने पहले ही इन लोगों को गिरफ्त में ले लिया.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को ही एक नकली मुद्रा रैकेट चलाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 19 लाख रुपये से अधिक मूल्य के जाली नोट जब्त किए थे. अधिकारियों ने बताया कि गिरोह कथित तौर पर अजमेर में जाली नोट छापने की इकाई चलाता था और उन्हें दिल्ली एनसीआर में प्रसारित करता था.
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने एक गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी की. उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नकली नोटों के प्रसार में शामिल दो लोग नोटों की एक खेप देने के लिए अक्षरधाम मंदिर के पास आएंगे. अधिकारी ने बताया कि गिरोह के सरगना सकूर मोहम्मद (25) को उसके सहयोगी लोकेश यादव (28) के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि उनके कब्जे से 500 रुपये मूल्यवर्ग के छह लाख रुपये मूल्य के उच्च गुणवत्ता वाले नकली नोट बरामद किए गए.
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