दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर के चुनाव के दौरान शुक्रवार को सिविक सेंटर में जमकर हंगामा हुआ. मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाने से पहले भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के पार्षद आपस में भिड़ गए. आप के पार्षद मुकेश गोयल ने आपत्ति जताई कि सबसे पहले निर्वाचित पार्षदों की शपथ होनी चाहिए, फिर मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाई जानी चाहिए. आप के पार्षद हंगामे के दौरान डॉयस पर चढ़ गए.
दरअसल पार्षदों की शपथ और मेयर चुनाव को लेकर राजधानी के सिविक सेंटर में दिल्ली नगर निगम की कार्यवाही शुरू हुई. बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा ने शपथ ली. पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने सबसे पहले मनोनीत पार्षदों की शपथ करवाने की घोषणा की. निर्वाचित से पहले मनोनीत को शपथ दिलाने पर आप ने आपत्ति जताई.
इस फैसले पर बीजेपी और आप में ठन
पीठासीन पदाधिकारी के फैसले को लेकर हंगामा हुआ. 10 मनोनीत पार्षदों को पहले शपथ दिलाने को लेकर बीजेपी और आप में ठन गई. आप ने मनोनीत पार्षदों को बीजेपी का कार्यकर्ता बताया. आप का कहना है कि ये एमसीडी के काम को रोकने की कोशिश है. ये एल्डरमैन समितियों के काम में बाधा डालेंगे.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस हंगामे को लेकर बीजेपी पर नाराजगी जताई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "MCD में अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए और कितना गिरोगे भाजपा वालो! चुनाव टाले, पीठासीन अधिकारी की ग़ैरक़ानूनी नियुक्ति, मनोनीत पार्षदों की ग़ैरक़ानूनी नियुक्ति और अब जनता के चुने पार्षदों को शपथ न दिलवाना….अगर जनता के फ़ैसले का सम्मान नहीं कर सकते तो फिर चुनाव ही किसलिए?"
दरअसल उपराज्यपाल ने MCD में 10 पार्षद मनोनीत किए हैं. मनोनीत पार्षदों को एल्डरमैन भी कहा जाता है. एल्डरमैन अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं.
दिल्ली के मेयर के अलावा डिप्टी मेयर और एमसीडी के स्थायी समिति के 6 सदस्यों का भी चयन (MCD Mayor Election) किया जाना है.
मेयर चुनाव के लिए 274 वोटर
इस चुनाव में 250 चुने हुए पार्षद वोट करते हैं. साथ ही दिल्ली के 7 लोकसभा सांसद, 3 राज्यसभा सांसद और मनोनीत लोगों में 14 विधायक जो दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष की सहमति पर बनाए गए हैं, वो भी मतदान में हिस्सा लेते हैं. कुल मिलाकर इस चुनाव में 274 लोग ही वोटर हैं.
AAP ने 134 वार्डों में दर्ज की थी जीत
एमसीडी के 250 वार्डों में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 15 साल से दिल्ली नगर निगम में बनी बीजेपी को हराकर 134 वार्डों में जीत दर्ज की थी. साथ ही बीजेपी को इस चुनाव में 104 वार्ड में जीत मिली थी.
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