दिल्ली : कालकाजी मंदिर में देर रात करंट फैला और भगदड़ मची, एक की मौत; सात लोग घायल

मंदिर परिसर में हेलोजन लाइटों के लिए लगाया गया एक इलेक्ट्रिक वायर टूट गया था और उसके लोहे की रेलिंग में लगने से, करंट फैला.

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भदगड़ के बाद पुलिस ने घायलों को मंदिर परिसर से निकाला.
नई दिल्ली:

दिल्ली के कालका जी मंदिर में बुधवार को देर रात करंट फैला और भगदड़ मच गई. करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक घायल हो गया. इसी दौरान भगदड़ मचने से छह लोग घायल हो गए. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलेक्ट्रिक सप्लाई बंद की और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया,. 

बताया जाता है कि दो अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर पुलिस को जानकारी मिली कि कालका जी मंदिर में दर्शन करने आए कुछ भक्त करंट की चपेट में आ गए हैं. मौके पर जाने पर पता लगा कि लोग रामप्यायु और लोटस टेम्पल के मर्जिंग प्वाइंट पर इलेक्ट्रिक वायर के संपर्क में आ गए थे.

पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर बिजली की सप्लाई बंद कराई और लोगों को वहां से हटाया. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. बीएसईएस और पुलिस ने मौके पर घटना की जांच की और मंदिर को खाली कराया. जांच में पता लगा कि हेलोजन लाइटों के लिए लगाया गया एक इलेक्ट्रिक वायर टूट गया था और उसके लोहे के रेलिंग में लगने से, रेलिंग में करंट आ गया था.

इस घटना में कुल सात लोगों को चोटें लगीं. इनमें से एक को करंट लगने से और 6 भक्तों को भगदड़ की वजह से चोटें आईं. चार घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर और तीन को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. 

पुलिस को सफदरजंग अस्पताल से जानकारी मिली कि एक अज्ञात शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी मौत हो गई और मौत का कारण करंट लगना पाया गया. मृतक की पहचान मयंक के तौर पर हुई जो 9वीं क्लास का छात्र था. 

मयंक परिवार के साथ कालकाजी मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचा था और करंट लगने से उसकी मौत हो गई. उसके पिता प्लंबर का काम करते हैं. 

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हादसे में घायल हुए सभी लोग खतरे से बाहर हैं. रात में रिपेयरिंग के बाद मंदिर में इलेक्ट्रिक सप्लाई शुरू कर दी गई थी और दर्शन भी शुरू कर दिए गए थे. पुलिस ने धारा 289, 125(9) और 106(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.

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