यमुना को प्रदूषण मुक्त करने में जुटी दिल्ली सरकार, बोर्ड मीटिंग में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले

जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को अगले एक महीने के भीतर उन प्वाइंट्स को चिन्हित करने का निर्देश दिया है, जहां सीवर लाइन और स्टॉर्म वाटर ड्रेन्स मिलतीं हैं.

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दिल्ली के जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को दिल्ली जल बोर्ड की महत्वपूर्ण बोर्ड मीटिंग की
नई दिल्ली:

दिल्ली में यमुना नदी लगातार दिख रहे झाग के मद्देनजर दिल्ली के जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को दिल्ली जल बोर्ड की महत्वपूर्ण बोर्ड मीटिंग की. इस दौरान कई निर्णय लिए गए. मीटिंग में कहा गया कि सभी हाउसहोल्ड कनेक्शन अब सीधे दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से दिए जाएंगे. जल बोर्ड और उपभोक्ता के बीच में अब कोई बिचौलिया नहीं होगा. सीवर एरिया की सभी कॉलोनियों को जून-2022 तक सीवर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा और किसी को भी वेस्ट वाटर को ड्रेन्स या यमुना में बहाने की अनुमति नहीं होगी.

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इसके अलावा स्टॉर्म वाटर ड्रेन्स में डायरेक्ट जाने वाला वेस्ट वाटर अब STP में जाएगा और नदी में गंदा पानी नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री सीवर कनेक्शन योजना के तहत यह पूरा काम होगा और अगले 6 महीने के भीतर इसे पूरा किया जाना है. जिस भी जगह सीवर लाइन स्टॉर्म वाटर ड्रेन से जुड़ी है, उसे अगले 4 महीने में डिस-कनेक्ट किया जाना है. 

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जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को अगले एक महीने के भीतर उन प्वाइंट्स को चिन्हित करने का निर्देश दिया है, जहां सीवर लाइन और स्टॉर्म वाटर ड्रेन्स मिलतीं हैं. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि अभी जारी 200 किमी के ट्रंक सीवर लाइन के काम को जून 2022 से पहले (मॉनसून शुरू होने से पहले) पूरा किया जाए.

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