हरियाणा में सोमवार को नूंह जिले में हुई सांप्रदायिक झड़पों के बीच बजरंग दल, विहिप कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को दिल्ली और फरीदाबाद के बीच सड़क को कुछ देर के लिए अवरुद्ध कर दिया. नूंह में हुई झड़पों में दो होम गार्ड के जवान सहित कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी और 70 घायल हो गए थे. नूंह में हिंसा के विरोध में विहिप और बजरंग दल के मार्च के कारण दिल्ली और उसके आसपास के कई अन्य हिस्सों में भी ट्रैफिक पर असर देखने को मिला.
सोशल मीडिया पर सामने आए कई वीडियो में बजरंग दल के समर्थकों को निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन के पास हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए देखा गया. हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विकास मार्ग को अवरुद्ध करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें हटा दिया.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया एडवाइजरी
इससे पहले बुधवार को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा कि निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन रेड लाइट पर विरोध प्रदर्शन के कारण सुबह 8 बजे से विकास मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी. गाजियाबाद से आईटीओ, दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों को एनएच-24 लेने की सलाह दी गई है.
क्यों हुई थी हिंसा?
बताते चलें कि दिल्ली से सिर्फ 50 किमी दूर नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. जिसके बाद कई हिस्सों में हिंसा हुई थी. शाम ढलते-ढलते हिंसा बढ़ती गई - आधी रात के बाद एक मस्जिद को आग लगा दी गई, नूंह और पड़ोसी गुरुग्राम में भीड़ के उग्र होने के कारण सौ से अधिक वाहनों को आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की घटना हुई. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि उन्हें सोमवार की झड़प के पीछे एक "साजिश" का संदेह है और उन्होंने इस घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताया है. उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों ने यात्रा में शामिल लोगों और पुलिस पर हमले की साजिश रची, जिससे कई जगहों पर हिंसा हुई.
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