दिल्ली (Delhi) के कापसहेड़ा इलाके में पेट्रोलिंग टीम ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर और हाथ में वायरलेस सेट लेकर सड़कों पर वाहनों को रोकता था और उनके चालान काटता था. पेट्रोलिंग स्टाफ ने पूछताछ की तो उन्हें शक हुआ, जिसके बाद आरोपी को हिरासत में लिया और उसकी जांच की गई. आरोपी के पास से पुलिस ने एक पिस्तौल और 12 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
दिल्ली की दक्षिण पश्चिम जिले की पुलिस ने ऑपरेशन सतर्क चला रखा है, जिसके तहत आने वाले गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है. सड़कों पर पेट्रोलिंग स्टाफ के जरिए पैनी निगाह रखी जा रही है और ऑपरेशन सतर्क के तहत इलाके के क्रिमिनल्स का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है.
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कापसहेड़ा इलाके में 24 तारीख की सुबह 7:00 बजे बीट स्टाफ को ओबेरॉय बस स्टैंड के सामने एक शख्स पुलिस की वर्दी पहने, हाथ में वायरलेस सेट लिए और कमर पर पिस्तौल लगाए नजर आया. उस दौरान यह शख्स वहां से गुजरने वाले कमर्शियल वाहनों को रोकने की कोशिश कर रहा था.
पेट्रोलिंग कर रहे स्टाफ को उसके ऊपर शक हुआ और जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपने आप को दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल बताया लेकिन आइडेंटिटी कार्ड मांगने पर उसने अपना फर्जी आईकार्ड दिखाया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया. पूछताछ करने पर पता चला कि उसका नाम अमित है और वह बिजवासन इलाके का रहने वाला है. पुलिस को उसके पास से .32 बोर की एक पिस्तौल और एक दर्जन जिंदा कारतूस मिले हैं.
कापसहेड़ा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि वह ग्रेजुएट पास है और भारत पेट्रोलियम में काम करता है, लेकिन अपने परिवार की जरूरतें पूरी ना करने के कारण वह इस तरीके के गलत कामों को करने लगा. पुलिस ने अमित को गिरफ्तार कर लिया है और इसके पास से पिस्तौल, जिंदा कारतूस समेत पुलिस की नकली वर्दी, फर्जी आईकार्ड और वायरलेस सेट बरामद किया है.
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