दिल्ली में स्थित सर गंगा राम अस्पताल (Sir Ganga Ram Hospital )में शनिवार देर रात कहा कि उनके पास केवल 45 मिनट से एक घंटे की ही ऑक्सीजन बची है. वहीं, उत्तर नगर में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल गांधी अस्पताल ने भी ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर कहा कि उनके पास करीब एक ही घंटे की सप्लाई बची है. दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से काफी संख्या में मरीज जान गंवा चुके हैं.
सूत्रों का कहना है कि वेंटिलेटर और बाईपैप मशीनों में अलार्म बजना शुरू हो गए हैं. बाईपैप मशीन गंभीर मरीजों के फेफड़ो में हवा पंप के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. सूत्रों के अनुसार, करीब 100 मरीजों की जिंदगी खतरे में है. उनका कहना है कि केवल 45 मिनट से 1 घंटे की ही 500 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन बची है. गंगाराम हॉस्पिटल में डॉक्टरों और नर्सों ने खुद ही वेंटिलेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है. हालांकि देर रात आप विधायक राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि हमने सर गंगाराम हास्पिटल के लिए एक टैंकर का इंतजाम कर दिया है. टीम केजरीवाल की मेहनत से यह संभव हो सका है.
उत्तम नगर के उत्तम नगर हॉस्पिटल के एलिशा गांधी ने भी मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि 60 से ज्यादा मरीजों की जान खतरे में है. हम ऑक्सीजन का प्रबंध करने की कोशिश कर रहे हैं, हमने स्थानीय पुलिस से भी मदद मांगी है. गांधी अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन गांधी का कहना है कि हमारे पास 60 से ज्यादा मरीज हैं, लेकिन 1-2 घंटे की ही ऑक्सीजन बची है. मेडिकल ऑक्सीजन जुटाने के सारे प्रयास नाकाम रहे हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली के रोहिणी के जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से 25 मरीजों को देर रात मौत हो गई है. अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर का कहना है कि सरकार की तरफ से अस्पताल को 3.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन अलॉट की गई है, जिसको कल से फिर रीफिल होना था लेकिन देर रात रीफिल नही हुई. शुक्रवार की रात महज 1500 लीटर रीफिलिंग की गई थी, इसी कारण अस्पताल के पास ऑक्सीजन खत्म हो गई और 25 कोविड मरीजों की मौत हो गई. इससे पहले शुक्रवार को गंगाराम अस्पताल में 25 मरीजों की मौत हो गई थी, हालांकि इनमें से कितने मरीजों की जान ऑक्सीजन की कमी से हुई थी, यह स्पष्ट नहीं है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal)ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को खत लिखा है और ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए सहयोग मांगा है. केजरीवाल ने मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी में कहा है कि दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता और न ही यहां पर मेडिकल ऑक्सीजन (Medical Oxygen) की फैक्ट्री है,ऐसे में आपसे जो सहयोग हो सकता हो जरूर कीजिए' ़ केजरीवाल ने कहा कि हालांकि केंद्र सरकार भी दिल्ली की मदद कर रही है,लेकिन कोरोना की गंभीरता इतनी ज्यादा है कि सभी उपलब्ध संसाधन अपर्याप्त साबित हो रहे हैं.
दिल्ली के मूलचंद अस्पताल में एक सिलेंडर दो-दो मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही