दिल्ली धमाका मामला: आरोपी मुजम्मिल, मुफ्ती इरफान, शाहीन सईद और आदिल की NIA रिमांड 10 दिन और बढ़ी

दिल्ली धमाका मामले में दिल्ली पुलिस समेत देश की कई जांच एजेंसियां अपनी तफतीश में लगी हैं. अभी तक इन एजेंसियों ने श्रीनगर से लेकर देश के अलग-अलग राज्यों से कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.

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  • दिल्ली में हुए बम धमाके की जांच में कई राज्यों से संदिग्ध गिरफ्तार किए गए हैं और पूछताछ जारी है
  • कोर्ट ने धमाका मामले में गिरफ्तार आरोपियों की NIA रिमांड को अगले दस दिन के लिए बढ़ा दिया है
  • फरीदाबाद से बरामद विस्फोटक को जम्मू कश्मीर ले जाकर बड़ा हमला करने की योजना थी
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दिल्ली में हुए बम धमाके की जांच अभी जारी है. दिल्ली पुलिस समेत देश की कई अन्य एजेंसियां भी इस धमाके की जांच में लगी हैं. अभी तक की जांच में देश के अलग-अलग राज्यों से कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा रहा है.जिसने इस धमाके को लेकर पूछताछ हो रही है. जांच एजेंसिया और खासकर NIA इस पूरे मामले के पहलू की जांच में जुटी है. इन सब के बीच कोर्ट ने दिल्ली धमाका मामले में गिरफ्तार आरोपी मुजम्मिल, मुफ्ती इरफान, शाहीन सईद और आदिल की रिमांड को अगले 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है. ये सभी संदिग्ध आरोपी NIA की रिमांड में रहेंगे.  

आपको बता दें कि एनआईए ने इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें जम्मू कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉक्टर मुजम्मिल शकील गनई और उत्तर प्रदेश की लखनऊ निवासी डॉक्टर शाहीन सईद भी शामिल हैं.पूछताछ में डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन ने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं. दोनों ने बताया है कि पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद से जो विस्फोटक बरामद किए हैं,उनका कुछ हिस्सा बॉम्बर डॉक्टर उमर उन नबी जम्मू कश्मीर ले जाना चाहता था.उसकी योजना वहां भी कुछ बड़ा करने की थी.  

डॉक्टर मुजम्मिल ने बताया है कि फरीदाबाद में स्टोर करके रखा गया विस्फोटक हमें जम्मू कश्मीर भी ले जाना था, उमर वहां कुछ बड़ा करने की योजना बना रहा था. दोनों ने बताया है कि डॉक्टर उमर हमारे साथ ही मेवात के नूंह से यूरिया लेकर आता था. दोनों ने बताया है कि उमर यूरिया से से विस्फोटक बनाने के लिए टेस्टिंग अलफला यूनिवर्सिटी के अपने कमरा नंबर-चार में करता था. 

कैसे बना था विस्फोटक

जांच एजेंसियों के मुताबिक लाल किला ब्लास्ट को हॉफ प्रीप्रेयर IED टाइमर मैकेनिज्म डिवाइस से अंजाम दिया गया था. इसे बनाने में ACETONE यानी नेल पॉलिश रिमूवर का भी इस्तेमाल किया गया था. इसमें पिसी हुई चीनी का भी इस्तेमाल किया गया था. एजेंसियों की जांच में पता चला कि बॉम्बर डॉक्टर उमर उन नबी ने देश में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश का तानाबाना बुना था. जुलाई 2023 में मेवात के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा और मार्च 2023 में भिवानी में हुआ नासिर जुनैद हत्याकांड ने उसे साजिश को रचने के लिए प्रेरित किया.

पूछताछ में जांच एजेंसियों से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन ने कई और सनसनीखेज खुलासे किए हैं.दोनों ने बताया है कि डॉक्टर उमर खुद को EMIR या आमीर कहलाना पसंद करता था. आमीर का मतलब होता है, कोई राजकुमार, सेनापति या शासक.दोनों ने बताया है कि उमर खुद को एक शासक एक राजकुमार मानता था और हमले दीन (धर्म) की बातें करता था. दोनों बताया है कि उमर अपने से अधिक पढ़ा-लिखा और काबिल किसी और को नहीं मानता था. उमर नौ से अधिक भाषाएं जानता था. इनमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, पर्सियन (फारसी), अरबी,चाइनीज (मंदेरियन) औक फ्रेंच शामिल हैं. 

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