दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने ट्रांसफर-पोस्टिंग के नए अध्यायदेश का किया स्वागत, केजरीवाल सरकार पर बोला हमला

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने दिल्ली के  अधिकारियों- कर्मचारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer Posting) को लेकर आए मोदी सरकार (Modi Government) के नए अध्यायदेश का स्वागत किया है.

Advertisement
Read Time: 20 mins
नई दिल्ली:

केंद्र सरकार (Central Government) ने दिल्ली के लिए नया अध्यादेश पारित किया है, जिसमें दिल्ली में अब ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer Posting) और विजलेंस के काम के लिए नेशनल कैपिटल सिविल सर्विसेज अथॉरिटी गठित कर दी गई है. अब दिल्ली सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए फैसला प्राधिकरण द्वारा लिया जाएगा. ट्रांसफर पोस्टिंग और विजलेंस के काम के अधिकार को लेकर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने फैसला सुनाया था. इस फैसले के तहत दिल्ली की चुनी हुई सरकार को ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार सौंपे गए थे. इस फैसले के बाद आम आदमी सरकार ने तत्काल ट्रांसफर करना शुरू कर दिए थे, लेकिन एलजी ने ट्रांसफर की फाइल पर लंबे समय तक साइन नहीं किए थे. 

इस मामले में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रेस कॉन्फेंस कर कहा कि कल जो आर्डिनेंस आया है बीजेपी उसका स्वागत करती है. 11 मई को सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आता है, LG और चीफ मिनिस्टर की बैठक होती है कि आर्डर पढ़ने के बाद कदम उठाया जाएगा. 12 तारीख को दिल्ली सरकार को अघिकार न मिलने का कारण लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाते हैं. उसी दिन आशीष मोरे को हटाने की निर्णय ले लेते हैं. 13 तारीख को सैरभ भारद्वाज ने विजीलेंस के सेक्रेटरी राजशेखर को हटाने का आर्डर जारी कर देते हैं.

सचदेवा ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो ब्लैकमेलिंग का रैकेट चलाते हैं,
लेकिन उनके मंत्री आसिफ के जब ओएसडी थे तब वो ठीक थे. हमें अधिकारियों  से लेना-देना नहीं है, लेकिन जो उनके खिलाफ जांच करते हैं उनके ट्रांसफर कर रहे हैं. 15 और 16 तारीख की रात दो से तीन बजे फाइल छीनी जाती है.

Advertisement

सचदेवा ने कहा 17 तारीख को एलजी के पास आशीष मोरे तबादले की फाइल पास हो गई लेकिन 18 मई को बिना LG से बात किए केजरीवाल ऐलान करते हैं कि वो चीफ सेक्रेटरी को बदलेंगे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आड़ में केजरीवाल गुंडागर्दी करते हैं. 

Advertisement

19 मई को फिर पांच मंत्री LG के बाहर धरने पर बैठ गए, लेकिन सौदेबाजी करने के लिए केजरीवाल अकेले आए. 10 से 12 दिन पहले बड़े मीडिया हाउस के बिल्डिंग को तोड़ने की 11 फाइल तैयार किया जाता है. उनको धमकी दी जाती है कि जो हम कहेंगे वो आप दिखाएंगे.
 

Advertisement

यह भी पढ़ें : 

Featured Video Of The Day
Soulfree- Disabled Persons के समान अधिकार के लिए पहल
Topics mentioned in this article