दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) ने आज दोपहर 2 बजे दिल्ली के प्रिंसिपल सेक्रेट्री फाइनेंस को विधानसभा सदन में पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष के मुताबिक- "उन्होंने लिखकर भेज दिया है कि मैं छुट्टी पर हूं." प्रिंसिपल सेक्रेट्री फाइनेंस आशीष चंद्र वर्मा की जगह सेक्रेट्री फाइनेंस निहारिका राय दिल्ली विधानसभा सदन में आईं. आम आदमी पार्टी के विधायक इसे सदन की अवमानना बता रहे हैं. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि "प्रिंसिपल सेक्रेट्री फाइनेंस को 5 बजे तक का समय दिया जाता है, वरना मामला दिल्ली विधानसभा की विशेषाधिकार समिति को दे दिया जाएगा.''
दिल्ली विधानसभा स्पीकर ने इस बात पर आपत्ति जाहिर की है कि दिल्ली विधानसभा को डिजिटलाइज्ड करने से जुड़े प्रस्ताव को वित्त विभाग ने मंजूरी नहीं दी. स्पीकर ने यह भी कहा कि क्रिसमस और दीपावली से जुड़े कार्यक्रम भी इस बार विधानसभा में नहीं आयोजित हो सके क्योंकि वित्त विभाग ने इसे मंज़ूरी नहीं दी है.
इसके बाद चीफ व्हिप दिलीप पांडेय ने हाउस के सामने प्रस्ताव रखा कि प्रिंसिपल सेक्रेटरी फाइनेंस को दोपहर 2 बजे सदन में बुलाया जाए और उनसे इस पर सवाल पूछा जाए. प्रस्ताव ध्वनि मत से पास हुआ और स्पीकर ने असेंबली सेक्रेटरी को आदेश दिया कि फ़ाइनेंस सेक्रेटरी को दोपहर दो बजे हाउस में बुलाया जाए, लेकिन वह नहीं पहुंचे.
इस मुद्दे पर सदन में स्पीकर और LoP के बीच तीखी बहस भी हुई. नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी अपने कुछ मुद्दे उठाना चाहते थे, लेकिन स्पीकर ने कहा कि यह मुद्दा महत्वपूर्ण है कि विधानसभा का फंड नहीं दिया जा रहा, आप क्यों अधिकारियों को बचा रहे हैं?