- दिवाली के दिन दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में पहुंच कर 300 से 400 के बीच दर्ज हुई है
- आनंद विहार में सुबह तीन बजे AQI 413 रिकॉर्ड हुआ जो गंभीर प्रदूषण का संकेत देता है
- इंडिया गेट, कर्तव्य पथ, लाल किला और कनॉट प्लेस में हवा की गुणवत्ता चिंताजनक बनी हुई है.
रोशनी के इस त्योहार पर राजधानी दिल्ली एक बार फिर जहरीली हवा के साए में है. आज (20 अक्टूबर, 2025) दिवाली है और दिल्ली की वायु गुणवत्ता (AQI) पहले से ही 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच चुकी है. रात में पटाखों के कारण होने वाला भारी प्रदूषण और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां खासकर शांत हवाएं, दिल्ली को 'गैस चैंबर' में तब्दील कर सकती हैं.
प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों ने जहां सख्त पाबंदियां लागू की हैं, वहीं दिल्ली के कई इलाके पहले ही 'गंभीर' जोन में दर्ज किए जा रहे हैं. आइए देखते हैं कि दिल्ली-एनसीआर में कहां कितना AQI दर्ज किया जा रहा है. दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों जैसे इंडिया गेट, कर्तव्य पथ, लाल किला और कनॉट प्लेस में भी हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्तर पर है. राजधानी दिल्ली के 9 इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी की ओर इशारा करता है.
दिवाली की सुबह ही दिल्ली की हवा 'गंभीर', कई इलाके रेड जोन में
सुबह 3 बजे के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी दिल्ली का आनंद विहार इलाका 400 का आंकड़ा पार करते हुए 'गंभीर' (Severe) श्रेणी में पहुंच गया है, जहां AQI 413 दर्ज किया गया.
राजधानी के अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी स्थिति गंभीर बनी हुई
- आरके पुरम में AQI 365 दर्ज किया गया
- वज़ीरपुर (388) और विवेक विहार (375) 'बहुत खराब' श्रेणी के उच्चतम स्तर पर
- पश्चिमी और मध्य दिल्ली में भी हवा ज़हरीली है, जहां द्वारका में 337 और रोहिणी में 342 AQI रिकॉर्ड किया गया
- प्रदूषण का केंद्र बन चुके आईटीओ पर भी AQI 336 पर बना हुआ है
CM रेखा गुप्ता ने लोगों से की ये अपील
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से दिवाली के दौरान केवल हरित पटाखों का इस्तेमाल करके राष्ट्रीय राजधानी को प्रदूषण से बचाने की अपील की. गुप्ता ने लोगों को दीये जलाकर, रंगोली बनाकर और मिठाइयां बांटकर पारंपरिक तरीके से त्योहार मनाने के लिए प्रोत्साहित किया. दिल्लीवासियों को दिए संदेश में उन्होंने कहा कि रोशनी का त्योहार दिवाली शांति और सद्भाव के माहौल में मनाया जाना चाहिए.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) के दूसरे चरण के प्रतिबंध लागू कर दिये हैं, क्योंकि शहर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई. यह कदम जीआरएपी पर उप-समिति द्वारा शनिवार को प्रदूषण के बिगड़ते स्तर और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) तथा भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के पूर्वानुमानों की समीक्षा के बाद उठाया गया है, जिसमें आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ने की चेतावनी दी गई है.