- दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुलिस ने तमिलनाडु के फर्जी फ्रेंच वीज़ा रैकेट का भंडाफोड़ किया है
- नकली वीज़ा बनाकर भारतीय नौकरी चाहने वालों को पेरिस भेजने का प्रयास करते हुए तीन यात्री पकड़े गए थे
- जांच में पता चला कि वीज़ा बनाने के लिए यात्रियों ने लाखों रुपये एजेंटों को दिए थे और सुरक्षा फीचर्स नहीं थे
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुलिस ने तमिलनाडु में चल रहे एक बड़े फर्जी वीज़ा रैकेट का भंडाफोड़ किया है. फर्जी वीज़ा रैकेट से जुड़े लोग फ्रांस के नकली डी-टाइप वीज़ा तैयार कर भारतीय नौकरी चाहने वालों को विदेश भेजने की कोशिश कर रहा था. यह मामला तब सामने आया, जब 28 अक्टूबर 2025 को तीन यात्री नवीराज सुब्रमणियम, मोहन गांधी एलंगोवन और प्रभाकरन सेंथिलकुमार पेरिस जाने के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचे. जांच के दौरान उनके पासपोर्ट पर लगे फ्रेंच वीज़ा नकली पाए गए और उनमें जरूरी सुरक्षा फीचर्स नहीं थे. इसके आधार पर IGI एयरपोर्ट थाने में BNS और पासपोर्ट एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया.
वीजा दिलाने के नाम पर ठगते थे लाखों रुपये
हिरासत में लिये गए लोगों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि नवीराज अपना वीज़ा 6 लाख रुपये में बनवाकर आया था, जबकि अन्य दो यात्रियों ने एक एजेंट को 12-12 लाख रुपये दिए थे. तकनीकी और स्थानीय इनपुट के आधार पर पुलिस ने इस रैकेट के प्रमुख एजेंट वी. कन्नन को नामक्कल से गिरफ्तार किया. कन्नन पूछताछ में बताया कि वो कैसे नकली वीजा का ये पूरा खेल चला रहा था और कितने लोगों को अपना शिकार बना चुका है.
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अब तक 16 युवाओं को ठगा
कन्नन ने पूछताछ में बताया कि वह परमाथी में एक सरकारी मान्यता प्राप्त ITI चलाता है और वेट्री ओवरसीज (Vetri Overseas) नाम की विदेश शिक्षा कंसल्टेंसी भी चलाता है. कन्नन ने कबूल किया कि वह अपने साथी साथिक सैयद उर्फ अब्दुल हकीम के साथ मिलकर पेरिस में वेयरहाउस नौकरी का झांसा देकर कम से कम 16 युवाओं को नकली वीज़ा दिलवाने में शामिल था. पैसे वह कभी बैंक ट्रांसफर से और कभी नकद लेता था. पुलिस अब उसके फरार साथी और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है.
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वीजा रैकेट से जुड़े लोगों पर एक्शन
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने नवंबर 2025 में फर्जी वीज़ा और पासपोर्ट से जुड़े मामलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 26 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 6 फर्जी एजेंट भी शामिल हैं. इसके अलावा एयरपोर्ट परिसर में अवैध गतिविधियों पर शिकंजा कसते हुए 28 समर्थकों को भी गिरफ्तार किया गया है.














