- दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के बीच 7 बसें और 3 कारें एक-दूसरे से टकराईं जिससे आग लग गई
- दुर्घटना में चार यात्रियों की मौत हुई और पच्चीस से अधिक लोग घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया
- कई यात्री सो रहे थे, अचानक जोरदार टक्कर से जागे और शीशा तोड़कर या दरवाजा खोलकर बाहर निकले
दिल्ली आगरा एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह भयानक सड़क हादसा हुआ, जहां घने कोहरे के बीच सात बसें और तीन कारें धड़ाधड़ टकराती चली गईं और इस टक्कर से कई बसों में आग लग गई.हादसे के वक्त यात्री बसों में सो रहे थे, जोरदार आवाज से नींद खुली तब तक बसों में आग लग चुकी थी. सामान छोड़ कुछ यात्री तो गेट से निकले और पीछे के यात्रियों ने शीशा तोड़कर नीचे कूदे और जान बचाई.इस रोड एक्सीडेंट में 4 यात्रियों की मौत हो गई औऱ 25 से ज्यादा घायल हैं.
हादसे में बच निकले कई यात्रियों ने अपनी आपबीती बताते हुए उस खौफनाक मंजर को बयां किया है. औरैया से दिल्ली जा रहे मुकेश नाम के एक यात्री ने कहा कि हम बस में आराम से सो रहे थे. तभी अचानक धड़ाम से आवाज आई और फिर एक के बाद एक झटके लगे. हमें कुछ पलों तक कुछ समझ नहीं आया, लेकिन तब तक बस में आग लग गई थी. खुशकिस्मत थे कि नॉन एसी बस में सफर कर रहे थे. हमने तुरंत ही बस का शीशा तोड़ा और सामान वगैरा छोड़कर उतरे. कुछ महिलाओं और बच्चों को भी हमने निकाला. लेकिन मेरा लैपटॉप औऱ चार्जर वगैरा जल गया.
एक अन्य यात्री प्रशांत सिंह ने कहा कि वो लखनऊ से दिल्ली जा रहा था. उसने देखा कि आगे कई बसें आपस में टकरा चुकी हैं तो उसके बस ड्राइवर ने भी गाड़ी रोकी, लेकिन पीछे से तेज धमाके के साथ दूसरी गाड़ी आगे भिड़ गई. आग लगने के बाद बसों में आग लगी हमने देखी. 15-20 वाहनों में भिड़ंत देखने को मिली. वहां जूते चप्पल बिखरे हुए थे और सामान खाक हो चुका था.
Road accident in Mathura
एक अन्य यात्री सुनील कुमार यादव ने बताया कि वो जौनपुर से दिल्ली आ रहा था. तभी अंधेरे में बस दूसरी गाड़ी से भिड़ गई. हम हक्का-बक्का रह गए.घने कोहरे के बीच आग लगी और सिलेंडर जैसे विस्फोट होने लगे. हम जान बचाने के लिए चीखे चिल्लाए. खिड़की के रास्ते से नीचे कूदे. उनके परिवार का प्रयागराज का एक सदस्य अखिलेश प्रताप यादव की मौत हो गई.














