छत्तीसगढ़ में पुलिस महकमे को हिला देने वाली एक बड़ी वारदात सामने आई है. सुकमा जिले में तैनात डीएसपी पर दंतेवाड़ा में दिनदहाड़े जानलेवा हमला किया गया. हमलावरों ने न सिर्फ 350 किलोमीटर तक उनका पीछा किया, बल्कि करीब दो घंटे तक उन्हें उनकी ही कार में बंधक बनाकर शहर में घुमाया.
क्या है पूरा मामला?
सुकमा के नक्सल प्रभावित जगरगुंडा इलाके में तैनात डीएसपी तोमेश वर्मा किसी सरकारी काम से दंतेवाड़ा की कोर्ट आए थे. इसी दौरान दुर्ग जिले से आए दो आरोपी रामाशंकर साहू (रिटायर्ड फौजी) और रजनीशा वर्मा ने उनका रास्ता रोका. बताया जा रहा है कि आरोपी दुर्ग से ही उनका पीछा करते हुए दंतेवाड़ा पहुंचे थे.
2 घंटे तक बनाया बंधक
पुलिस के अनुसार कोर्ट के बाहर बातचीत के बहाने दोनों आरोपी डीएसपी की कार में बैठ गए. इसके बाद रजनीशा ने चाकू निकालकर डीएसपी को बंधक बना लिया और उन्हें गाड़ी चलाने पर मजबूर किया. करीब दो घंटे तक वे डीएसपी को चाकू की नोक पर शहर में घुमाते रहे.
चाकू से किया हमला
जैसे ही कार एक शोरूम के पास पहुंची, आरोपियों ने अचानक डीएसपी के चेहरे, गले और सिर पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. लहूलुहान हालत में डीएसपी किसी तरह कार से बाहर निकले. अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर भी निकाल ली थी. मौके पर मौजूद भीड़ और पुलिस ने तुरंत दोनों आरोपियों को दबोच लिया.
पुरानी रंजिश का मामला
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हमला करने वाली महिला वही है, जिसने पिछले साल दिसंबर में डीएसपी तोमेश वर्मा के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया था. मामला फिलहाल कोर्ट में चल रहा है. पुलिस का मानना है कि यह हमला उसी पुरानी रंजिश और विवाद के चलते किया.
कैसी है डीएसपी की हालत?
दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने बताया कि डीएसपी तोमेश वर्मा का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनके गले और चेहरे पर गहरे जख्म हैं. फिलहाल उनकी हालत स्थिर और खतरे से बाहर है. पुलिस ने हमले में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है और दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.














