चक्रवाती तूफान रेमल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकरा गया है और इसका भयानक असर भी देखने को मिलने लगा है. चक्रवाती तूफान रेमल के कारण 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं. इसकी वजह से कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से घरों और खेतों में भी पानी भर गया है. इसका असर असम के कुछ हिस्सों में भी देखने को मिल रहा है. इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक ट्वीट करते हुए चक्रवाती तूफान को लेकर अपनी तैयारियों के बारे में बात की है.
उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "चक्रवात रेमल असम के कुछ हिस्सों में खराब मौसम ला सकता है. हम कई एहतियाती कदम उठा रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैयार हैं, नियंत्रण कक्ष चालू हैं और हम अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण अपना रहे हैं. सुरक्षित रहें और कृपया अपने स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करें."
पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
असम सरकार ने चक्रवात रेमल के कारण बारिश और हवा की गति में वृद्धि की संभावना के मद्देनजर अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि आईएमडी ने 27 और 28 मई को असम के साथ-साथ कई पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. एएसडीएमए ने एक बयान में कहा कि धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
सोमवार को चल सकती हैं और तेज हवाएं
चक्रवात की वजह से दीघा, काकद्वीप और जयनगर जैसे इलाकों में हल्की बारिश होने के साथ-साथ हवाएं चल रही हैं लेकिन सोमवार को इसके तेज होने की संभावना है. कोलकाता में मौसम विभाग के पूर्वी क्षेत्र के प्रमुख सोमनाथ दत्ता ने बताया कि दक्षिण बंगाल के कई जिलों में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और इसकी वजह से कोलकाता, हावड़ा, हुगली आदि क्षेत्र प्रभावित होंगे.
लोगों को घरों में ही रहने की सलाह
मौसम विज्ञान विभाग ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों में कमजोर इमारतों, बिजली और संचार की लाइन, कच्ची सड़कों, फसलों और बगीचों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी है. ऐसे में प्रभावित हिस्सों के लोगों को घर के अंदर रहने और कमजोर इमारतों से दूर रहने के लिए कहा गया है. 2020 में 20 मई को आए चक्रवाती तूफान अम्फान से कोलकाता, दक्षिण और उत्तर परगना, हावड़ा और नादिया आदि क्षेत्रों को काफी नुकसान पहुंचा था.
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