चक्रवात 'मोखा' तेजी से बढ़ रहा, IMD साइंटिस्‍ट ने NDTV को बताया भारत पर पड़ेगा क्‍या असर

चक्रवात 'मोखा' पर पल-पल नजर रखी जा रही है. मौसम विभाग कार्यालय ने मछुआरों, जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को रविवार तक मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तथा उत्तरी अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी है.

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Cyclone Mocha: बंगाल की मध्य खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में नौकायन करने वालों को तट पर लौटने की सलाह

नई दिल्‍ली:

चक्रवात 'मोखा' तेजी से बढ़ रहा है और भारत के कई राज्‍यों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा. आज मोखा भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. इसके परिणामस्वरूप 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं भी चल सकती हैं. इसके बांग्लादेश-म्यांमा तट की ओर बढ़ने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग की सीनियर साइंटिस्‍ट मोनिका शर्मा ने NDTV से खास बातचीत में बताया कि चक्रवात 'मोखा' अभी सेंट्रल बे ऑफ बंगाल और साउथ ईस्ट बंगाल के पास है. विभाग 27 अप्रैल से इसकी मॉनिटरिंग और वार्निंग इश्यू कर रहा है. 13 देशों में बांग्लादेश, म्यांमार के लिए वार्निंग जारी कर रखे हैं. शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि भारत पर मोखा का असर नहीं होगा. हालांकि, ऐसा नहीं है.

पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात 'मोखा' की संभावित तबाही से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठाए हैं और राज्य के निचले तथा तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेज दिया गया है. 

मोनिया शर्मा ने बताया कि मछुआरों को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है, ताकि उनका नुकसान ने हो. साउथ अंडमान और दक्षिण बंगाल की खाड़ी को लेकर जारी की गई है. मध्‍य और उत्‍तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी की तरफ मोखा जाएगा, तो मछुआरे को 12 मई से 14 मई तक यहां नहीं जाना है. अंडमान के टूरिस्ट को लेकर भी एडवाइजरी जारी की गई. वहीं, शिपिंग एक्टिविटी को रेगुलेट करने को कहा गया था. नॉर्थ ईस्‍ट के राज्य में 13 और 14 को भारी बारिश की आशंका है, इसे लेकर भी विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. अभी हम हर तीन घंटे के अंतराल पर बुलेटिन जारी कर रहे हैं, ताकि मौजूद स्थिति के बारे में लोग अवगत रहें. 

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आईएमडी के डीजी की तरफ से उत्तर पूर्व के राज्यों के चीफ सेक्रेटरी को भी ब्रीफ किया जा रहा है. अंडमान निकोबार के लिए सिर्फ आज के लिए भारी बारिश की वार्निंग है. ये चक्रवात मुख्य तौर पर साउथ ईस्ट बांग्लादेश और म्यांमार को प्रभावित करने वाला है. चक्रवात 14 की दोपहर को यहां से ये क्रॉस करेगा.

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आईएमडी के मुताबिक, शाम 5:30 बजे, चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में, पोर्ट ब्लेयर से लगभग 520 किलोमीटर पश्चिम में और कॉक्स बाजार के 1,100 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में रहेगा. मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि चक्रवात मोखा शुक्रवार को और तेज होगा और कॉक्स बाजार और म्यांमा में बंदरगाह शहर सित्त्वे के करीब क्यौकप्यू के बीच रविवार को समुद्र तट से टकराएगा. इसके कारण 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है.

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बंगाल की मध्य खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में नौकायन करने वालों को तट पर लौटने की सलाह दी गयी है. आईएमडी ने कॉक्स बाजार के पास बांग्लादेश के निचले तटीय क्षेत्र के लिए 1.5-2 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान जताया है. चक्रवाती तूफान के कारण त्रिपुरा और मिजोरम में शनिवार से भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में रविवार को कई जगहों पर बारिश होने की संभावना है.

वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवाती तूफान जलवायु परिवर्तन के कारण अधिक तीव्र हो रहे हैं और लंबे समय तक टिक रहे हैं. अनुसंधानकर्ता वैश्विक औसत तापमान में वृद्धि का कारण कम दबाव का क्षेत्र बनने को मानते हैं, खासकर हिंद महासागर के ऊपर. ‘उत्तरी हिंद महासागर के ऊपर उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की बदलती स्थिति' शीर्षक वाले एक अध्ययन के अनुसार, अरब सागर में 1982 से 2019 की अवधि के दौरान चक्रवाती तूफानों की तीव्रता, आवृत्ति और अवधि एवं अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफानों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. अध्ययन के अनुसार, वर्ष 2001 से 2019 तक की अवधि के दौरान अरब सागर में चक्रवाती तूफानों की आवृत्ति में 52 प्रतिशत की वृद्धि पाई गई, जबकि बंगाल की खाड़ी में आठ प्रतिशत की कमी आई.

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