भाकपा माले ने नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का लिया फैसला, सरकार को बाहर से करेगी समर्थन

माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हमारा मकसद है कि बीजेपी के खिलाफ मजबूत विपक्ष बने और लोगों का काम हो.

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भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की.
पटना:

बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बैठकों का सिलसिला जारी है. इसमें आरजेडी के सबसे ज्यादा मंत्री बनाए जाने की खबर है. वहीं जेडीयू और कांग्रेस के भी कई विधायक मंत्री बनेंगे. वहीं महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने भी इसको लेकर एकदिवसीय बैठक की. जिसमें यह तय किया गया कि भाकपा माले मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी.

भाकपा माले बाहर से सरकार को समर्थन देगी. माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हमारा मकसद है कि बीजेपी के खिलाफ मजबूत विपक्ष बने और लोगों का काम हो. महागठबंधन की सरकार में सभी घटक दलों के बीच आपसी बातचीत का माहौल बने, एक समन्वय समिति का निर्माण हो, ताकि सरकार ठीक से चल सके.

वहीं उन्होंने कहा कि देश को जरूरत है एक मजबूत विपक्ष की, ताकि बीजेपी से जनता को मुक्ति मिल सके. नीतीश कुमार ने काफी बेहतर काम किया है उनके फैसले का हम स्वागत करते हैं.

वहीं भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, पोलित ब्यूरो के सदस्य और पार्टी के विधायकों ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात भी की.

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