दिल्ली में इस महीने के पहले 10 दिनों में पिछले पांच महीनों में हुई कुल मौतों की तुलना में अधिक कोविड-19 मौतें दर्ज की गई हैं. सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि मरने वालों में से अधिकांश को कोमॉरबिडिटी थी और उनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ था. राष्ट्रीय राजधानी में इस महीने अब तक महामारी से 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें सिर्फ पांच दिनों में 46 लोगों की मौत हुई है. दिल्ली में रविवार को 17 कोविड मौतें दर्ज की गईं, यह सात महीनों में एक दिन में दर्ज की गईं सबसे अधिक मौते हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 5 जनवरी से 9 जनवरी के बीच जिन 46 कोविड रोगियों की मृत्यु हुई, उनमें से 34 को कैंसर, हृदय और लिवर की बीमारियां थीं. 46 में से केवल 11 का टीकाकरण हो रखा था.
पिछले पांच दिनों में हुई मौतों में आधे से अधिक साठ साल से ज्यादा उम्र के थे, दो किशोरों ने भी वायरस के कारण दम तोड़ दिया. 25 की आयु 60 से अधिक थी, और 14 की आयु 41 से 60 के बीच थी. डेटा के अनुसार 21-40 आयु वर्ग में पांच मौतें दर्ज की गईं, जबकि 0-15 और 16-20 आयु वर्ग के एक-एक मरीज ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया.
एक अधिकारी के अनुसार, 32 रोगियों को आईसीयू में भर्ती कराया गया था और वे ज्यादातर ऐसे थे जिन्हें क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, कैंसर, लिवर और हृदय रोग आदि जैसी बीमारी थीं. अन्य समस्याओं वाले 21 रोगियों को अस्पतालों में भर्ती होने के बाद कोविड पॉजिटिव पाया गया.
46 में से 37 रोगियों को अस्पतालों में तब भर्ती कराया गया, जब उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन स्तर 94 प्रतिशत से नीचे चला गया था. राजधानी ने इस महीने अब तक 53 कोविड की मौत दर्ज की है. पिछले पांच महीनों में वायरल बीमारी के कारण कुल 54 मौतें दर्ज की गईं - दिसंबर में नौ, नवंबर में सात, अक्टूबर में चार, सितंबर में पांच और अगस्त में 29.
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