शेयर ट्रेडिंग फर्म बनाकर दंपति ने की हजार करोड़ की ठगी, पीड़ित पूर्व MLA ने दर्ज कराई FIR

दंपति की पहचान आशीष मेहता और शिवांगी लाड मेहता के तौर पर हुई है. दोनों ने ब्लिस कंसल्टेंट के जरिए शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का ऐसा सब्जबाग दिखाया कि सैकड़ों लोगों ने अपनी सारी जमापूंजी लगा दी. इसके बाद दोनों अचानक से गायब हो गए.

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प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

मुंबई के एक दंपति पर शेयर ट्रेडिंग फर्म बनाकर हजार करोड़ की ठगी का आरोप है. ठगी के सैकड़ों शिकारों में मुंबई में रहने वाले पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े भी हैं. कृष्णा हेगड़े ने इसकी एफआईआर दर्ज कराया है. उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलकर दंपति के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करवाने की अपील की है. बताया जा रहा है कि जून से दंपति फरार चल रहे हैं.

दंपति की पहचान आशीष मेहता और शिवांगी लाड मेहता के तौर पर हुई है. दोनों ने ब्लिस कंसल्टेंट के जरिए शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का ऐसा सब्जबाग दिखाया कि सैकड़ों लोगों ने अपनी सारी जमापूंजी लगा दी. इसके बाद दोनों अचानक से गायब हो गए. 

शेयर ट्रेडिंग में पैसा लगाने वाली स्वाति कहती हैं, "मैं कुन्नुर में रहती हूं. एक दोस्त के जरिए मैंने ब्लिस कंसल्टेंट में इन्वेस्ट किया. मेरा सारा पैसा पूरा लॉस हो गया है. मैं बर्बाद हो गई हूं ."

शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने वाले राहुल बताते हैं, "मैंने ब्लिस कंसल्टेंट में सवा करोड़ इन्वेस्ट किया है. आशीष मेहता कहां है मुझे नहीं पता. मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है."

कंपनी के ऐप DIFM के जरिए 30 लाख रुपये निवेश कर चुके पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े कहते हैं, "सब कुछ सामान्य ट्रेडिंग कंपनी जैसा ही था. इसलिए शक की कोई गुंजाइश नहीं थी." कृष्णा हेगड़े के मुताबिक, बैंक की मदद से वो अब तक 165 करोड़ रुपये फ्रिज करवाने में कामयाब रहे हैं, लेकिन ठग दंपति पहले ही करोड़ों रुपये गायब करने में कामयाब रहे.

ब्लिस कंसल्टेंट मकसद निवेशकों को चूना लगाना
मुंबई और देश में बहुत सारी कंपनी है, जहां चाहें तो आप खुद ट्रेड करिए या कंसल्टेंट को दे दीजिए. ये आपके लिए ट्रेडिंग करेंगे. ब्लिस कंसल्टेंट भी ऐसी ही एक कंपनी है, जो आपके लिए ट्रेड कर आपको मुनाफा देता और खुद भी मुनाफा रखता था. इसमें कोई शक नहीं है. लेकिन इसका मकसद लोगों को ठगने का था.

3 हजार से ज्यादा निवेशक फंसे
कृष्णा हेगड़े बताते हैं, "मेरी जानकारी के मुताबिक 3 हजार से ज्यादा निवेशक फंस चुके हैं. यह हजारों करोड़ का घोटाला है. कंपनी सेबी में रजिस्टर्ड नहीं है. फरार होने से पहले दंपति ने 180 करोड़ रुपए गायब कर दिए हैं. रकम उन्होंने अपने नजदीकी रिश्तेदारों को ट्रांसफर कर दिया है." 

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5 से 6 निवेशकों का बयान दर्ज
फरार दंपति पर मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एनडीपीएस एक मामले में भी शामिल होने का आरोप है. जोन 9 के डीसीपी कृष्णकांत उपाध्याय ने बताया कि अब तक 5 से 6 निवेशकों का बयान दर्ज किया जा चुका है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.

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