चेन्नई के दिव्यांग युवक गणेश मुरुगन ने अपनी शारीरिक कमजोरी को लेकर मौजूद हालात समझौता नहीं किया और आत्मनिर्भर बन गए. वे देश के ऐसे पहले डिलीवरी ब्वॉय हैं जो कि शहर में व्हीलचेयर पर सफर करके फूड पार्सल पहुंचाते हैं. छत्तीसगढ़ के आईपीएस अधिकारी दीपांशु काबरा ने उनकी तस्वीर ट्विटर पर शेयर की और उनके बारे में लिखा है.
दीपांशु काबरा ने ट्वीट किया है कि- ''मिलिए भारत के पहले व्हीलचेयर फूड डिलीवरी बॉय गणेश मुरुगन से. वे अपनी व्हीलचेयर पर फ़ूड डिलीवरी करते हैं. चेन्नई के दिव्यांग गणेश मुरुगन ने परिस्थितियों से समझौता किए बगैर रास्ता निकाला और आत्मनिर्भरता की राह थामी. वे उन सभी के लिए प्रेरणा हैं जो मुसीबतों से लड़ने की जगह झुक जाते हैं.''
उन्होंने लिखा है कि ''गणेश मुरुगन की व्हीलचेयर खास है, जो कि आईआईटी मद्रास में एक स्टार्ट-अप ने डिजाइन की है. टू-इन-वन मोटर से चालने वाली व्हीलचेयर को एक बटन दबाने पर अलग किया जा सकता है और पिछला हिस्सा एक साधारण व्हीलचेयर में भी बदल जाता है. हमें चुनौतियों से निपटने का संकल्प लेना होता है फिर रास्ते खुद बनने लगते हैं.''
इस स्टार्ट-अप ने अब तक 1300 व्हीलचेयर बनाई हैं. इसे चार्ज करने में चार घंटे का समय लगता है और एक बार चार्ज करने पर यह 25 किलोमीटर का सफर तय करती है.
दीपांशु काबरा के ट्वीट पर यूजर्स ने बहुत सारी प्रतिक्रियाएं दीं और गणेश मुरुगन के जज्बे को सराहा. एक यूजर ने कमेंट किया काबरा साहब निराश व्यक्तियों के जीवन में उम्मीद की अलख जगाने के लिए कभी-कभी कहां कहां से प्रेरणादायक चीज़ खोज के लाते हो .. बहुत उम्दा.