बिहार में पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक महिला डॉक्टर, नर्स समेत 6 लोग कोविड-19 वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि पटना में 31 वर्षीय एक व्यक्ति के कोविड से संक्रमित होने की पुष्टि हुई जो ताजा लहर में बिहार का पहला मामला है. मामले की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि एम्स पटना के एक डॉक्टर के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. अधिकारियों ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर लोगों से सतर्कता बरतने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि स्थिति को संभालने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है.
"संक्रमण का स्तर बहुत हल्का"
पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘हाल में पटना के एक युवक में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई, हालांकि उसने राज्य से बाहर की यात्रा नहीं की है. संक्रमण का स्तर बहुत हल्का है. संक्रमित का इलाज एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है. मामले की बारीकी से निगरानी की जा रही है और सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.''
जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘पटना के सरकारी अस्पतालों को पहले ही तैयारी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. इसमें बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाइयों और टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल हैं.'' पिछले कुछ हफ्तों से देश भर में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं.
अरुणाचल प्रदेश में भी आया पहला केस
अरुणाचल प्रदेश में कोविड-19 की मौजूदा लहर का पहला मामला सामने आया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. राज्य निगरानी अधिकारी लोबसांग जांपा ने बताया कि आरटी-पीसीआर जांच के जरिए मंगलवार को एक मां और बेटी में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई. गर्भवती महिला (34) ने सोमवार को बुखार और हल्की खांसी की शिकायत के बाद 'रैपिड एंटीजन टेस्ट' कराया था जिसमें वह संक्रमित पाई गई. जांपा ने कहा, “संक्रमण की पुष्टि के लिए मंगलवार को आरटी-पीसीआर जांच कराई गई जिसकी रिपोर्ट में महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई.”
उन्होंने बताया कि महिला 13 मई को बेंगलुरु से ईटानगर आई थी. महिला की 53 वर्षीय मां भी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट में संक्रमित पाई गई, लेकिन उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं. अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में गर्भवती महिला का इलाज चल रहा है, जबकि उसकी मां को 'पृथक-वास' में रखा गया है. जांपा ने लोगों से न घबराने की अपील की और कहा कि वायरस का नया स्वरुप पहले की तुलना में गंभीर नहीं है. उन्होंने बताया, “स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) से परामर्श के बाद जल्द ही एक विस्तृत जन स्वास्थ्य परामर्श जारी किया जाएगा.
राजस्थान में कोरोना के 9 नए मामले सामने आए
राजस्थान में कोविड-19 के 9 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से 7 मामले जयपुर में सामने आए हैं और दो मामलों की पुष्टि एम्स जोधपुर में हुई. स्वास्थ्य विभाग ने सभी मरीजों के नमूने एकत्र कर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि एम्स जोधपुर में दो मामले सामने आए हैं और सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल जयपुर में भी दो मामले पॉजिटिव पाए गए हैं. जयपुर के बी लाल डायग्नोस्टिक लैब में चार मामले पॉजिटिव पाए गए, जबकि जयपुर के आणविक डायग्नोस्टिक सेंटर में एक मामला पॉजिटिव आया. जोधपुर में 16 दिन के शिशु के साथ 35 वर्षीय महिला में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है.
1 जनवरी से 27 मई तक कोविड-19 के कुल 32 मामले सामने आए हैं, जबकि एक मौत दर्ज की गई है. जयपुर में सबसे अधिक 10 मरीज कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा, जोधपुर में छह, उदयपुर में चार, डीडवाना में तीन, अजमेर में दो, सवाई माधोपुर में एक, फलौदी में एक, बीकानेर में एक मरीज सामने आए हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और नागरिकों से सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने तथा लक्षण दिखने पर जांच कराने का आग्रह कर रहे हैं.
दिल्ली में भी आया बड़ा उछाल
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में बड़ा उछाल आया है. राजधानी में कोरोना के 104 मामले सक्रिय हैं. इनमें से 99 मामले पिछले एक सप्ताह के दौरान बढ़े हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले केरल में हैं. इसके बाद महाराष्ट्र और दिल्ली का नंबर आता है. केरल में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 430, महाराष्ट्र में 278 और दिल्ली में 104 हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 19 मई तक 24 सक्रिय मामले थे. लेकिन, एक ही हफ्ते में 99 मामले और बढ़े, जबकि 24 मरीज अब तक रिकवर हुए हैं.