कोरोमंडल एक्‍सप्रेस 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा ट्रेन दुर्घटनास्‍थल से गुजरी 

खुर्दा रोड मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रिंकेश रे ने सोमवार को बताया कि 278 शवों में से 177 की पहचान कर ली गई है, जबकि अन्‍य शवों को छह अलग-अलग अस्पतालों में रखा गया है.

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कोरोमडल एक्‍सप्रेस को लोगों ने दूर तक जाते देखा.
भुवनेश्वर:

ओडिशा के बालासोर जिले में बहानगर बाजार स्टेशन के पास शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के ट्रिपल ट्रेन हादसे के चार दिन बाद चेन्नई से डाउन ट्रेन ने मंगलवार को दुर्घटनास्थल को 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पार किया. जैसे ही ट्रेन गुजरी, बड़ी संख्या में लोगों ने ट्रेन को दूर तक जाते हुए देखा. रविवार की रात अप और डाउन दोनों लाइनों के बहाल होने के बाद से अब तक वंदे भारत एक्सप्रेस सहित 70 से अधिक ट्रेनें बहनगा बाजार स्टेशन से गुजर चुकी हैं.

ओडिशा ट्रेन हादसे में शामिल तीन ट्रेनों में हावड़ा -चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और एक खड़ी मालगाड़ी थी. इस भीषण हादसे में 278 लोग मारे गए और करीब 1200 लोग घायल हुए. 

सीबीआई ने मंगलवार को ओडिशा पुलिस द्वारा दर्ज बालासोर जीआरपी केस नंबर 64 को अपने हाथ में ले लिया है. 

खुर्दा रोड मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रिंकेश रे ने सोमवार को बताया कि 278 शवों में से 177 की पहचान कर ली गई है, जबकि अन्‍य शवों को छह अलग-अलग अस्पतालों में रखा गया है.

रॉय ने कहा कि रेलवे ने किसी भी लापता व्यक्ति का पता लगाने के लिए ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में लोगों को तैनात किया है. 

उन्होंने कहा कि शवों को वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित किया जाएगा. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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