राज्यसभा में कांग्रेस की नेता विपक्ष की कुर्सी बच गई है और एनडीए यहां बहुमत के करीब पहुंचने को है. दरअसल, दो राज्यसभा सांसदों के लोकभसभा का सांसद बनने के बाद कांग्रेस की संख्या घटकर 26 हो गई है. नेता विपक्ष बनने के लिए कम से कम 25 सांसदों की जरूरत होती है. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा में नेता विपक्ष हैं.
राज्यसभा से खाली हुईं 10 सीटें
राज्यसभा को जल्दी ही सदन का नया नेता मिल सकता है. सदन के नेता पीयूष गोयल ने लोकसभा सांसद बनते हुए राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है. राज्यसभा के 10 सांसद अब लोकसभा सदस्य बन गए हैं. राज्यसभा से इस्तीफा देने वाले सदस्यों में पीयूष गोयल के अलावा बिप्लब कुमार देब, केसी वेणुगोपाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मीसा भारती, सर्बानंद सोनोवाल, कामाख्या प्रसाद तासा, विवेक ठाकुर, दीपेंद्र सिंह हुडा, उदयनराजे भोसले शामिल हैं इसमें बीजेपी के 7, कांग्रेस के दो और आरजेडी का एक सांसद शामिल है. इसके बाद अब इन सभी 10 सीटों पर उपचुनाव होगा.
राज्यसभा में बहुमत के करीब पहुंच सकता है एनडीए
ये सभी सीटें असम, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से हैं. इन सभी राज्यों में एनडीए की सरकार है. ऐसे में स्पष्ट है कि ये सभी सीटें एनडीए की झोली में आएंगी. राज्यसभा में बीजेपी की अभी 90 और एनडीए की 110 सीटें हैं. उपचुनावों के बाद एनडीए 120 पर पहुंच सकता है, जो बहुमत के आंकडे के नजदीक है.