कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) की पहल को वैचारिक और चुनावी सफलता दिलाने का शनिवार को संकल्प लिया. साथ ही उसने कहा कि वह यह सुनिश्चित करना चाहती है कि देश विभाजनकारी और ध्रुवीकरण की राजनीति से मुक्त हो तथा लोगों को एक पारदर्शी, जवाबदेह और जिम्मेदार केंद्र सरकार मिले.
पार्टी ने सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में ‘इंडिया' गठबंधन के पक्ष में प्रस्ताव पारित करने के साथ ही शनिवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि 18 सितंबर से आरंभ हो रहे संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित किया जाए.
कार्य समिति में पारित प्रस्ताव में जातिगत जनगणना की मांग भी उठाई गई है और कहा गया है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए आरक्षण की मौजूदा अधिकतम सीमा को बढ़ाया जाए.
यहां के एक पंच सितारा होटल में सीडब्ल्यूसी की कई घंटे तक चली बैठक के बाद 14 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, किसानों की समस्याओं, चीन के साथ सीमा विवाद, अडाणी समूह से जुड़े मामले तथा कई अन्य मुद्दों का उल्लेख किया गया.
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर हिंसा, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में सांप्रदायिक तनाव की हालिया घटनाओं का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि देश गंभीर आंतरिक चुनौतियों से घिरा है और भारतीय जनता पार्टी आग में घी डालने का काम कर रही है.
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए. कार्य समिति की बैठक से पहले खरगे ने पार्टी का ध्वज फहराया.
कार्य समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ध्रुवीकरण और विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया गया है.
प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस कार्य समिति विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' की निरंतर एकजुटता का तहे दिल से स्वागत करती है, जिससे भाजपा और ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काफी बौखलाए हुए हैं.'
इसमें कहा गया कि सीडब्ल्यूसी ‘इंडिया' की पहल को वैचारिक और चुनावी रूप से सफल बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी के संकल्प को दोहराती है, ताकि हमारा देश विभाजनकारी और ध्रुवीकरण की राजनीति से मुक्त हो, सामाजिक समानता और न्याय में विश्वास रखने वाली ताकतें मजबूत हों और लोगों को एक उत्तरदायी, संवेदनशील, पारदर्शी, जवाबदेह और जिम्मेदार केंद्र सरकार मिले.
कार्य समिति का कहना है, ‘‘ सरकार अचानक संसद का विशेष सत्र बुला लेती है. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सार्वजनिक चिंता और महत्व से जुड़े नौ गंभीर मुद्दों को उठाया, जिन पर इस विशेष सत्र में चर्चा की आवश्यकता है. कांग्रेस कार्यसमिति महिला आरक्षण बिल को संसद के इस विशेष सत्र में पारित करने की मांग करती है.''
उसने जातिगत जनगणना की मांग उठाते हुए कहा, ‘‘ वह जातिगत जनगणना कराने से मोदी सरकार के इंकार को भी रेखांकित करती है. पूरे देश से जातिगत जनगणना की मांग उठ रही है. इस मांग को मानने से भाजपा के इनकार ने सामाजिक और आर्थिक न्याय के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की कमी के साथ-साथ पिछड़े वर्गों, दलितों एवं आदिवासियों के प्रति उनकी सोच को सबके सामने ला दिया है.''
कार्य समिति ने कहा कि वह मोदी सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और अन्य मांगों के मुद्दों पर किसानों एवं किसान संगठनों से किए गए वादों की याद दिलाती है. कांग्रेस कार्य समिति ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार को खारिज करते हुए कहा कि यह देश के संघीय ढांचे पर एक और हमला है.
चीन के विषय पर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कार्य समिति ने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद पर स्थिति स्पष्ट करने और भारतीय क्षेत्र की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए किसी भी चुनौती के खिलाफ मजबूत रुख अपनाया जाए.
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कई सदस्यों ने ‘भारत जोड़ो यात्रा' का दूसरा चरण पूर्व से पश्चिम की तरफ शुरू करने की मांग की. पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि इस संदर्भ में विचार जारी है.
कांग्रेस कार्य समिति की आज की बैठक के बाद रविवार को विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी. विस्तारित कार्य समिति की बैठक में कार्य समिति के सभी सदस्यों के अलावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और कई अन्य वरिष्ठ नेता भाग लेंगे.
इसके बाद 17 सितंबर की शाम हैदराबाद के पास एक जनसभा आयोजित की जाएगी, जिसे खरगे, सोनिया, राहुल और कई अन्य नेता संबोधित कर सकते हैं. कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं.
कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं. इस कार्य समिति में सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है.