Exclusive: राहुल और प्रियंका में किसका भाषण अच्छा? रेणुका चौधरी ने तथ्यों के साथ सब बता दिया

रेणुका चौधरी ने सरकार पर राहुल गांधी और खरगे को विदेशी राष्ट्राध्यक्ष से नहीं मिलने देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आप अपने हिसाब से चीजें करते हैं. विपक्ष जवाबदेह बने इसकी जिम्मेदारी सरकार की है.

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रेणुका चौधरी का इंटरव्यू.
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  • कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने संसद के शीतकालीन सत्र का समय घटाए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की.
  • उन्होंने कहा कि वंदे मातरम पर दस घंटे बहस हुई, जबकि मणिपुर मामले पर सरकार के पास समय नहीं था.
  • रेणुका ने बताया कि मणिपुर पर बहस के दौरान गृह मंत्री ने विपक्ष के सवालों को शामिल नहीं किया.
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नई दिल्ली:

कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने NDTV से खात बातचीत में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने सदन के साथ ही शीतकालीन सत्र का समय कम करने, मणिपुर और वंदे मातरम और राहुल-प्रियंका गांधी के भाषण जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी. रेणुका ने बताया कि उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने की तैयारी की जा रही थी. तब सभी लोग उनसे पूछ रहे थे क्या कहेंगी. इस पर उन्होंने कहा भऊं भऊं.

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राहुल-प्रियंका में कौन अच्छा बोला?

रेणुका चौधरी ने राहुल-प्रियंका के लोकसभा में लगातार दो दिनों तक दिए गए भाषणों पर टिप्पणी की. रेणुका से जब ये पूछा गया कि सदन में राहुल ने अच्छा नहीं बोला, लेकिन प्रयंका ने अच्छा बोले. इस सवाल के जवाब में एनडीटीवी को दिए एक खास इंटरव्यू में कांग्रेस सांसद ने कहा कि ये बस कहने की बात है. प्रियंका ने अपने सब्जेक्ट पर बोला और राहुल अपने विषय पर बोल रहे थे. दोनों का स्टाइल अलग-अलग रहा. सबके बोलने का तरीका अलग होता है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग लोग अलग तरह से बोलते हैं. राहुल और प्रियंका की तुलना नहीं की जा सकती. मुझे नहीं लगता कि कोई अच्छा और बुरा है. दोनों अपने हिसाब से बोलते हैं.

दरअसल दोनों का भाषण चर्चा का विषय बना हुआ है. आम राय यही है कि प्रियंका गांधी ने मौके का भरपूर फायदा उठाया, जबकि उनसे कहीं ज्यादा समय से राजनीति में एक्टिव राहुल गांधी ने एक मौके को व्यर्थ ही गंवा दिया. रेणुका चौधरी ने कहा कि दोनों सेब और संतरे की तरह हैं, जिनकी तुलना नहीं की जा सकती और न ही की जानी चाहिए

रेणुका चौधरी का सरकार पर निशाना

रेणुका ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र का समय घटा दिया गया. सत्र को एक महीने की जगह 15 दिन कर दिया गया, उन्होंने पूछा कि क्या से सही है. वहीं वेदा मातरम पर रेणुका ने कहा कि इस पर 10 घंटे की बहस हुई लेकिन मणिपुर पर बहस के लिए सरकार के पास बल्कुल भी समय नहीं था. संसद परिसर में सिगरेट पीने वाले सवाल पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि कुछ लोग सिगरेट पी रहे थे लेकिन उनको इस बारे में ज्यादा कु नहीं पता.

सदन से वॉकआउट पर क्या बोलीं रेणुका चौधरी?

कांग्रेस सांसद से जब पूछा गया कि मणिपुर पर बहस के दौरान कांग्रेस वॉकआउट कर गई. गृह मंत्री जवाब दे रहे थे उस वक्त कांग्रेस ने वॉकआउट कर दिया. इस पर रेणुका ने कहा कि गृह मंत्री सही जवाब नहीं दे रहे थे. वह विपक्ष के सवालों को शामिल नहीं कर रहे थे. हम लोगों को बोलने और पूछने की इजाजत नहीं थी. वह हार्ड वे ऑफ प्रोसिडिंग थी.

रेणुका ने सरकार पर राहुल गांधी और खरगे को विदेशी राष्ट्राध्यक्ष से नहीं मिलने देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आप अपने हिसाब से चीजें करते हैं. विपक्ष जवाबदेह बने इसकी जिम्मेदारी सरकार की है.

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