कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने गुरुवार को कहा कि वह अपने सहयोगी कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) के घर पर पार्टी के कुछ समर्थकों द्वारा पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए जाने के बाद किए गए हमले से "आहत और असहाय" महसूस कर रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री के घर पर हुए हमले की निंदा करने वाले G-23 के अन्य नेताओं में चिदंबरम भी शामिल हो गए.
चिदंबरम ने ट्वीट किया है, "मैं तब असहाय महसूस करता हूं, जब हम पार्टी मंचों के भीतर सार्थक बातचीत शुरू नहीं कर पाते हैं. मैं तब भी आहत और असहाय महसूस करता हूं, जब मैं अपने एक सहयोगी और सांसद के आवास के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा तस्वीरों में नारे लगाते हुए देखता हूं. जिस सुरक्षित बंदरगाह तक कोई जा सकता है, वह मौन प्रतीत होता है."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, भूपिंदर सिंह हुड्डा, विवेक तन्खा और राज बब्बर समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की उस मांग का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने सिब्बल के घर पर गुंडागर्दी करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कपिल सिब्बल के घर पर "हमले" की आलोचना की है.
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बता दें कि कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की ओर से पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा किये जाने के बाद पार्टी के कई समर्थकों ने बुधवार को सिब्बल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ नारेबाजी की. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सिब्बल के बयान से कार्यकर्ता आहत हुए और इस वजह से उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया. विरोध कर रहे लोगों ने कपिल सिब्ब्ल के घर पर टमाटर फेंके उनकी कार क्षतिग्रस्त कर दी.
सिब्बल ने बुधवार को कहा था, "कांग्रेस में अब कोई निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है. हम नहीं जानते कि कौन निर्णय ले रहा है." सिब्बल ने कहा, "हम जी-23 हैं, निश्चित रूप से जी हुज़ूर-23 नहीं. हम मुद्दों को उठाते रहेंगे." कपिल सिब्बल भी जी-23 का हिस्सा हैं. इस समूह के 23 नेताओं ने पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में व्यापक बदलाव की मांग की थी.