उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee Meeting) की रविवार शाम को बैठक हुई थी. कांग्रेस की ये मैराथन बैठक करीब चार घंटे तक चली. इस मैराथन बैठक के बाद फैसला किया गया है कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) कांग्रेस अध्यक्ष बनी रहेंगी. एएनआई से बात करते हुए, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी के लिए अपने पदों का त्याग करने के लिए तैयार हैं.
अधीर रंजन ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक (CWC Meeting) में कहा, "कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि वह अपने परिवार के सदस्यों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पार्टी के लिए अपने पदों का त्याग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम सभी ने इसे खारिज कर दिया." वहीं लगभग साढ़े चार घंटे की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "सीडब्ल्यूसी सर्वसम्मति से सोनिया गांधी के नेतृत्व में अपने विश्वास की पुष्टि करती है और कांग्रेस अध्यक्ष से अनुरोध करती है कि वे सामने से नेतृत्व करें, संगठन को संबोधित करें.
केसी वेणुगोपाल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे कांग्रेस नेता आर सुरजेवाला ने कहा, "सीडब्ल्यूसी का हर एक सदस्य चाहता है कि सोनिया गांधी संगठनात्मक चुनाव होने तक पार्टी का मार्गदर्शन करें. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी शामिल हुई थीं. वहीं असंतुष्ट धड़े जी-23 के नेता गुलाम नबी आजाद आदि भी बैठक में पहुंचे थे. सोनिया गांधी के नेतृत्व में सीडब्ल्यूसी (CWC) ने भरोसा जताया है. उनसे संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया गया है.
पार्टी के नेताओं ने इसी नेतृत्व के प्रति भरोसा जताते हुए प्रस्ताव पारित किया गया है और संगठनात्मक बदलावों को आगे ले जाने का निर्णय़ लिया गया. सूत्रों की ओर से यह भी कहा गया है कि कांग्रेस दोबारा से चिंतन शिविर (Chintan Shivir) आयोजित करेगी. इसकी तारीखों को लेकर जल्द निर्णय़ किया जाएगा. इससे पहले कांग्रेस का आखिरी चिंतन शिविर 2013 में जयपुर में आयोजित किया गया था.
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