नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को अपनी पंजाब इकाई के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें लोकसभा चुनाव की तैयारियों और नीति को लेकर चर्चा की गई. सूत्रों का कहना है कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस से जुड़ी राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि आलाकमान पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन या आगे किसी भी कदम के बारे में कोई भी निर्णय प्रदेश इकाई की बातों पर विचार करते हुए करेगा.
पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग तथा कई अन्य नेता मौजूद रहे. बैठक के बाद वडिंग ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नेतृत्व की तरफ से गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हुई है, लेकिन लोगों ने अपने-अपने विचार अपने तरीके से रखें. बातचीत मुख्य रूप से इसको लेकर ही हुई कि हमें कैसी रणनीति रखनी है, किस प्रकार के मुद्दों को लेकर हमें आगे जाना है, कैसे अगले छह महीनों में तैयारी करनी है और कैसे कार्यकर्ता को मजबूत करना है.''
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने प्रदेश के नेताओं के साथ अब तक गठबंधन या सीट बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं की है. ‘आप' से गठबंधन से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि लोगों ने अपने विचार रखे हैं, लेकिन अंतिम निर्णय कांग्रेस नेतृत्व का होगा.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘आलाकमान राज्य के नेताओं की बातों पर गौर करते हुए गठबंधन के बारे में कोई फैसला करेगा. नेतृत्व का जो भी फैसला होगा वह सभी को मान्य होगा.'' कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नेता ‘आप' के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. ये दोनों दल विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक हैं.
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराकर ‘आप' ने पंजाब में सरकार बनाई थी. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पंजाब में आठ सीट मिली थीं. शिरोमणि अकाली और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दो-दो एवं ‘आप' को एक-एक सीट हासिल हुई थीं. राज्य में लोकसभा की कुल 13 सीट हैं.
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