- हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई
- दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा में ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान 18 से 19 डिग्री तक पहुंच गया है
- पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है
हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में हो रही बर्फबारी के बीच मैदानी इलाकों में शीत लहर की आहट सी दिख रही है. दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नोएडा-गाजियाबाद से लेकर हरियाणा तक बुधवार शाम से ही ठंडी हवाएं चल रही हैं. इससे तापमान में भी गिरावट आई है और न्यूनतम तापमान 18-19 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. तेज हवाओं की वजह से दिल्ली में वायु प्रदूषण की हालात में भी सुधार हुआ है. आनंद विहार में एक्यूआई 261 पर आ गया है. मौसम विभाग ने आज दिल्ली पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश का अलर्ट दिया है. उत्तराखंड में केदारनाथ, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब समेत हिमालय की वादियों में ताजा बर्फबारी ने ठंडक बढ़ा दी है.
हिमाचल: धौलाधार की पहाड़ियों ने ओढ़ी बर्फ की चादर, पश्चिमी विक्षोभ का दिख रहा असर
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है. इससे उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों पर बर्फबारी होने के साथ और मैदानी इलाकों में बारिश के आसार हैं. कश्मीर में कई ऊंचाई वाले इलाकाों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है. जम्मू-कश्मीर में टूरिस्ट प्लेस गुलमर्ग, सोनमर्ग, गुरेज और कुपवाड़ा के फरकिन टॉप इलाके में बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं. जम्मू के पर्यटन स्थल नत्था टॉप में बर्फबारी हुई. यहां टूरिस्ट की भीड़ बढ़ी है. कारगिल और लेह इलाके में खरदोंगला, शिंकुला और जंगला इलाकों में बर्फबारी हुई है. द्रास की तरफ जोजिला सुरंग इलाके में काफी बर्फबारी हो गई है.
केदारनाथ और बद्रीनाथ में बर्फबारी
उत्तराखंड में चारधाम वाले क्षेत्र केदारनाथ, बद्रीनाथ हेमकुंड साहिब क्षेत्र में बर्फ की चादर देखी गई है. उत्तराखंड में चारधाम वाले क्षेत्र केदारनाथ, बद्रीनाथ हेमकुंड साहिब क्षेत्र में बर्फ की चादर देखी गई है. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की धौलाधार पहाड़ियों पर भी जबरदस्त बारिश देखने को मिली है.लाहौल स्पीति के नॉर्थ पोर्टल और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो रही है.कांगड़ा में आंधी के साथ हल्की बारिश भी हुई.













