दिल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह प्रयागराज से दिल्ली पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की धरती पर महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, जिसमें 13 जनवरी से 23 जनवरी तक करीब 10 करोड़ लोगों ने स्नान किया है. मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि प्रयागराज में अब अच्छी सड़कें हैं और बिजली की व्यवस्था हो गई है.
CM योगी ने कहा कि NDMC के क्षेत्र को छोड़ दें तो बाकी दिल्ली में सड़कों, सीवर और पेयजल की क्या स्थिति है? आज से एक दशक पहले तक लोग सुविधा प्राप्त करने और देखने के लिए दिल्ली आते थे. आज सड़क पर गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है, पता ही नहीं चलता है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "आम आदमी पार्टी ने यमुना मैया को गंदे नाले में बदल दिया है. अब दिल्ली की जनता की अदालत में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को माफी नहीं मिलेगी. दिल्ली की सड़कों की हालत इतनी खराब है कि यहां गड्डा है या गड्डे में सड़क, यह समझना मुश्किल हो गया है. इसके अलावा, दिल्ली में गंदगी का अंबार लगा हुआ है."
'दिल्ली की जनता को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने यमुना की सफाई कार्य में कोई सहयोग नहीं किया. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दिल्ली की जनता को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं और आम आदमी पार्टी सोशल मीडिया पर केवल झूठे प्रचार में लगी हुई है. योगी ने कहा, "आम आदमी पार्टी झूठ बोलने में अपना समय बर्बाद करती है. अगर ये लोग दिल्ली के विकास के बारे में सोचते, तो आज तक दिल्ली का कायाकल्प हो चुका होता."
'नोएडा और दिल्ली की सड़कों में जमीन-आसमान का फर्क'
मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल अपने भाषणों में बार-बार उत्तर प्रदेश की चर्चा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि उत्तर प्रदेश को लोग अब एक मॉडल के रूप में देख रहे हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ओखला में कोई नया उद्योग नहीं लगा है, जबकि नोएडा और दिल्ली की सड़कों में जमीन-आसमान का फर्क है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यूपी के शिक्षण संस्थान दिल्ली से बेहतर हैं, जबकि दिल्ली में स्कूलों की इमारतें जर्जर हो चुकी हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के पापों की कीमत मथुरा, वृंदावन के भक्तों और संतों को चुकानी पड़ रही है, जहां मां गंगा गंदे नाले में तब्दील हो जाती हैं. जब भी नमामि गंगे परियोजना के तहत मां यमुना के स्वच्छता की बात आई, अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी ने सहयोग नहीं किया. वे काम नहीं करना चाहते हैं, उनका एकमात्र काम सुबह-सुबह सोशल मीडिया पर ट्वीट करना और प्रेस के माध्यम से भ्रामक बयान देना है. झूठ का ATM बनने में जो समय वे बर्बाद करते हैं, अगर उस दौरान उन्होंने दिल्ली के लोगों के बारे में सोचा होता, तो 10 साल में दिल्ली का कायाकल्प हो गया होता."