नामीबिया (Namibia) से लाए गए चीते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कुनो नेशनल पार्क में छोड़ दिए. पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर अफ्रीकी चीतों को छोड़ा. यह चीते (Cheetahs) एक विशेष मालवाहक विमान में उड़ान भरकर आज सुबह मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वलियर पहुंचे. इन बिग कैट्स (चीतों) को दो हेलीकॉप्टरों से मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में उनके नए घर कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में भेजा गया. दिल्ली से ग्वालियर होकर नेशनल पार्क पहुंचे पीएम मोदी ने उन्हें वहां छोड़ दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 72वें जन्मदिन पर सभी अफ्रीकी चीतों का खुद स्वागत किया और उन्हें अभ्यारण्य में छोड़ दिया.
गौरतलब है कि वन्य जीवों (wildlife) को बचाने के मोदी सरकार (Modi government) के प्रयास रंग ला रहे हैं. सन 2014 में भारत में संरक्षित क्षेत्र का क्षेत्रफल भारत के कुल भूभाग का 4.9 प्रतिशत था. यह अब यह बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गया है. वन एवं वृक्ष का क्षेत्र पिछले चार वर्षों में 16 हजार वर्ग किलोमीटर बढ़ा है. भारत दुनिया के उन चंद देशों में से है जहां वन क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है. देश में समुदायों के लिए आरक्षित क्षेत्रों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. सन 2014 में 43 कम्युनिटी रिजर्व थे जो 2019 में 100 से भी अधिक हो गए. भारत में 18 राज्यों के करीब 75 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 52 टाइगर रिजर्व हैं. बाघों की दुनिया की 75 प्रतिशत आबादी भारत में है.
Here are the LIVE Updates on Cheetahs' arrival:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर इससे बड़ी सौगात नहीं हो सकती कि नामीबिया से मध्य प्रदेश चीते लाए जा रहे हैं. उन्होंने इस कदम को 'एतिहासिक' करार दिया है.
नामीबिया से चीते (Cheetahs) भारत लाए गए हैं. इन चीतों को मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा. वन्य जीवों (wildlife) को बचाने के मोदी सरकार (Modi government) के प्रयास रंग ला रहे हैं.सन 2014 में भारत में संरक्षित क्षेत्र का क्षेत्रफल भारत के कुल भूभाग का 4.9 प्रतिशत था. यह अब यह बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गया है.