देश का महत्वाकांक्षी चंद्रयान मिशन (Chandrayaan Mission) लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता जा रहा है. शनिवार को चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किया गया. इसरो (Indian Space Research Organization) ने अपने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी है. एजेंसी ने अपने बयान में कहा, "चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित कर दिया गया है. मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स), आईस्ट्रैक (इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क), बेंगलुरु से पेरिल्यून पर रेट्रो-बर्निंग का आदेश दिया गया था." पेरिल्यून अंतरिक्ष यान का चंद्रमा से निकटतम बिंदु है.
इसरो की ओर से कहा गया कि कक्षा में दूरी कम करने का ऑपरेशन रविवार को रात 11 बजे किया जाएगा.
इसरो ने अपने केंद्रों को उपग्रह से प्राप्त एक संदेश भी साझा किया, जिसमें लिखा था, "MOX, ISTRAC, यह चंद्रयान-3 है. मैं चंद्र गुरुत्वाकर्षण महसूस कर रहा हूं." 14 जुलाई को लॉन्च के बाद से तीन हफ्तों में पांच से अधिक परिवर्तन में, इसरो चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी से दूर और दूर की कक्षाओं में ले जा रहा है.
इसरो ने शुक्रवार को बताया था कि चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद से चंद्रमा की लगभग दो-तिहाई दूरी तय कर ली है. एक अगस्त को अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की कक्षा से ऊपर उठाकर चंद्रमा की ओर बढ़ाने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया गया और यान को ‘ट्रांसलूनर कक्षा' में डाल दिया गया.
इससे पहले, उसने कहा था कि वह 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' कराने की कोशिश करेगा.
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