केंद्र सरकार ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में गुरुवार को चंद्रयान-3 ( Chandrayaan -3) के लॉच की घोषणा की. सरकार के आनुसार 2022-23 की दूसरी तिमाही में चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण की संभावना है. केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री (Science And Technology Minister) जितेन्द्र सिंह ने उच्च सदन में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 मिशन प्राप्ति के अग्रिम चरण में है. नोडन मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल दोनों के सभी प्रणालियों को प्राप्त एवं एकीकृत किया गया है और उनका परीक्षण किया गया है. लैंडर मॉड्यूल के अधिकांश प्रणालियों को साकार किया गया है और उनके परीक्षण प्रगति पर हैं.'' यह पूछे जाने पर कि चंद्रयान-3 को कब प्रक्षेपित किया जाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 को वित्तीय वर्ष 2022-2023 की दूसरी तिमाही में प्रक्षेपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.''
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लैंडर पर एकीकृत संवेदकों और नौवहन संबंधी कार्य निष्पादन परीक्षण पूरे कर लिए गए हैं तथा अन्य परीक्षण प्रगति पर हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सभी निर्धारित परीक्षण चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण से पहले पूरे कर लिए जाएंगे.''
बता दें कि 2020 में ISRO के प्रमुख के. सिवन ने बताया था कि सरकार की मंजूरी के बाद चंद्रयान-3 की परियोजना पर काम जारी है. उन्होंने यह भी बताया था कि इसे अगले साल 2021 में इसे लॉन्च किया जा सकता है. इसरो प्रमुख ने कहा था कि 'हमने चंद्रयान-2 पर अच्छी प्रगति की है, भले ही हम सफलतापूर्वक लैंड नहीं कर सके, ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है, इसके अगले 7 वर्षों के लिए विज्ञान डेटा का उत्पादन करने के लिए कार्य किया जा रहा है.'
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