पंजाब और हरियाणा की सरकारें शनिवार को चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के नाम पर रखने को सहमत हो गईं. यह फैसला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच इस मुद्दे पर हुई बैठक में लिया गया. मुख्यमंत्री मान ने ट्वीट किया, ‘‘पंजाब और हरियाणा चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह जी के नाम पर रखने पर सहमत हो गए हैं. इस मुद्दे पर आज हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ बैठक हुई.''
हरियाणा सरकार के बयान के मुताबिक, चौटाला ने कहा कि शहीद भगत सिंह एक ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने हर पीढ़ी के युवाओं को प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के निर्माण और आधुनिकीकरण में दोनों राज्यों और चंडीगढ़ प्रशासन का सामूहिक योगदान रहा है.
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि इसके निर्माण में हरियाणा की बराबर भागीदारी है, इसलिए इसके नाम में पंचकूला शहर का नाम भी जोड़ा जाना चाहिए. चौटाला ने कहा कि उन्होंने हरियाणा सरकार की ओर से पंजाब सरकार को एक सिफारिश भेजी है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार को भी अनुरोध भेजा जाएगा.
उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ हवाई अड्डे के नाम को लेकर पूर्व में विवाद उत्पन्न हो गया था. पंजाब सरकार ने वर्ष 2017 में मांग की थी कि मोहाली स्थित हवाई अड्डे का नाम ‘‘शहीद-ए-आजम सरदार शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा'' होना चाहिए. हरियाणा सरकार को भगत सिंह के नाम पर आपत्ति नहीं थी, लेकिन उसने हवाई अड्डे के लिए इस नाम के इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई थी. हवाई अड्डे का टर्मिनल पंजाब के मोहाली में पड़ता है. यह 485 करोड़ रुपये की भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई),पंजाब एवं हरियाणा सरकार की संयुक्त परियोजना है.
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