कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर सेल्फ गोल के माहिर खिलाड़ी हैं. उनकी टाइमिंग भी परफेक्ट रही है, ठीक लोकसभा चुनाव से पहले. कांग्रेस नेता अब मणिशंकर अय्यर के बयानों से बेहद घबराते हैं, क्योंकि जब-जब उन्होंने अपना मुंह खोला है, तब-तब कांग्रेस की नैया डूबी है. कुछ लोग तो यहां तक कहते हैं कि साल 2014 में मणिशंकर अय्यर के 'चायवाला' बयान ने ही नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने में मदद की. इतना ही मणिशंकर अय्यर एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच' भी कह चुके हैं. मणिशंकर अय्यर एक बार फिर विवादित बयान देकर फंस गए हैं. इस बार मणिशंकर अय्यर ने 1962 में हुए चीन के आक्रमण के लिए 'गलती से' 'कथित' शब्द का इस्तेमाल कर भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का एक मौका दे दिया है.
कांग्रेस ने हर बार की तरह इस बार भी अब मणिशंकर अय्यर के बयान से किनारा कर लिया है. वहीं, मणिशंकर अय्यर ने भी बयान के लिए माफी मांग ली है, लेकिन कहते हैं- कमान ने निकला हुआ तीर और मुंह से निकले हुए शब्द वापस नहीं आते. वैसे, यह पहला मौका नहीं है, जब मणिशंकर अय्यर ने कोई ऐसा बयान दिया है, जिसपर बवाल खड़ा हो गया है.
पाकिस्तान के पास परमाणु बम
मणिशंकर अय्यर का 'पाकिस्तान प्रेम' काफी पुराना रहा है, वह कई बार इसे अपने बयानों के जरिए जाहिर कर चुके हैं. हाल ही में मणिशंकर अय्यर ने फिर एक बार पाक का समर्थन करते हुए बयान दिया, "पाकिस्तान भी एक लोकतांत्रिक देश है, इसलिए भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए... उसके पास परमाणु बम है. अगर हम उनकी इज्जत नहीं करेंगे, बातचीत नहीं करेंगे तो वे भारत के खिलाफ एटम बम का इस्तेमाल करने के बारे में सोचेंगे." मणिशंकर अय्यर के इस बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला किया, जिसमें बाद मणिशंकर की सफाई भी आई थी.
भगवान राम के जन्म स्थान पर उठाए सवाल
मणिशंकर अय्यर ने इंसानों के साथ-साथ भगवान राम पर भी विवादित बयान कर दिया था. उन्होंने कहा था कि भगवान राम के जन्म लेने की जगह पुख्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि राजा दशरथ के महल में 10000 कमरे थे. ऐसे में आप कैसे कह सकते हैं कि भगवान राम वहीं जन्में थे. मणिशंकर अय्यर के इस बयान को लेकर भी काफी बवाल हुआ था. सोशल मीडिया पर उनके लिए काफी भद्दे कमेंट सुनने और देखने को मिले थे.
मुगलों ने नहीं किया अत्याचार, देश को बनाया
मणिशंकर अय्यर के एक बयान ने मुगलों को भी सही साबित करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि मुगलों ने कभी हिंदुओं पर अत्याचार नहीं किया था... उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि मुगलों ने भारत को अपनाया और बनाया. साथ ही उन्होंने बताया कि बाबर ने अपने बेटे हुमांऊ को कहा था कि अगर भारत पर राज करना चाहते हो... पूरे साम्राज्य को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो यहां के लोगों के धर्म में हस्तक्षेप कभी न करें. मणिशंकर अय्यर के मुगलों के प्रति इस रवैये पर भी उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था.
नरेंद्र मोदी को कहा था 'चायवाला'
मणिशंकर अय्यर ने लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर हमला किया था. हालांकि, कांग्रेस का पासा उल्टा पड़ा और भाजपा ने इसे अपने फायदे के लिए खूब भुनाया. बताया जाता है कि AICC की एक बैठक के दौरान मणिशंकर अय्यर से प्रधानमंत्री मोदी के बारे में पूछा गया था. तब उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा था, "कांग्रेस मोदी का AICC की बैठकों में चाय बेचने के लिए स्वागत कर सकती है. नरेंद्र मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा रहा था. हालांकि, मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि उन्होंने कभी ऐसा बयान दिया ही नहीं.
आतंकी को हाफिज साहब'
कांग्रेस नेता ने मुंबई आतंकी हमलों में मुख्य साजिशकर्ता को 'हाफिज साहब' कहकर संबोधित किया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में जो प्यार मिलता है उससे कहीं ज्यादा दुश्मनी हिंदुस्तान में मिलती है. पाकिस्तान में बैठे आतंकी हाफिज को लेकर दिए इस बयान को लेकर काफी हंगामा हुआ था.
पीएम मोदी के लिए किया था अभद्र भाषा का इस्तेमाल
कई बार मणिशंकर अय्यर की भाषा कुछ ज्यादा ही अभद्र हो गई, जिसके लिए उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगनी पड़ी. नरेंद्र मोदी को लेकर उन्होंने साल 2014 में कहा था, "मुझे लगता है कि ये बहुत नीच किस्म का आदमी है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है, और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या जरूरत है?" कांग्रेस भी मणिशंकर के इस बयान पर सख्त नजर आई थी और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच' कहने पर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी खत्म कर दी थी.
मणिशंकर ने अटल बिहारी वाजपेयी को भी नहीं बख्शा
मणिशंकर अय्यर ने भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी को भी नहीं बख्शा था. 1998 में उन्होंने अटल जी को एक 'नालायक' कह दिया था. इसके बाद काफी बवाल मचा. ऐसे में मणिशंकर अय्यर को माफी मांगनी पड़ी थी. तब उन्होंने यह कहते हुए अपना बचाव किया था कि हिन्दी के शब्दों का वह सही अर्थ नहीं समझते हैं, इसलिए गलती हो गई.
पाकिस्तान से NDA सरकार गिराने की मांग
मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में जाकर मोदी सरकार को गिराने का बयान दे दिया था. कांग्रेस नेता ने पाक में दिए गए इंटरव्यू में सुझाव दिया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति सिर्फ तभी हो सकती है, जब मोदी सरकार गिर जाए. मणिशंकर ने पाकिस्तान से एनडीए की सरकार को गिराने में मदद को भी कहा था.
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