''यदि राज्य सरकारें अवास्तविक चुनावी वादों से खजाना खाली कर देती हैं तो केंद्र मदद नहीं कर सकता'' अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि सभी को विकास और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को ध्यान में रखकर बजट बनाना चाहिए और भारत सरकार यही कर रही है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
अमित शाह ने कहा कि PM मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए एक साथ चुनाव जरूरी है. (फाइल)
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • राज्यों को बजट विकास कार्यक्रमों को ध्यान में रखकर तैयार करना चाहिए : शाह
  • वह PM मोदी ही थे जिन्होंने राज्यों को अधिक धन देने की पहल की : अमित शाह
  • PM ने स्पष्ट कर दिया कि समग्र कल्याण के लिए एक साथ चुनाव जरूरी : शाह
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।
नई दिल्‍ली :

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार उन राज्यों की मदद नहीं कर सकती जो अवास्तविक चुनावी वादों के जरिये अपना खजाना खाली कर देते हैं. केंद्र द्वारा जारी धनराशि में कुछ राज्यों के साथ भेदभाव के आरोप के बारे में पूछे जाने पर शाह ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि सभी राज्यों को अपना बजट विकास कार्यक्रमों और सामाजिक कल्याण प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार करना चाहिए. पश्चिम बंगाल, केरल और कर्नाटक की सरकारों ने हाल में राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन किया था और आरोप लगाया था कि उन्हें केंद्रीय निधि का उचित हिस्सा नहीं दिया गया. वित्त मंत्री ने इस आरोप का खंडन किया था.

शाह ने कहा कि लोकसभा में पेश श्वेत पत्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यों को दी गई धनराशि का ब्योरा दिया है.

शाह ने ‘ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2024' में कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही थे जिन्होंने 15वें वित्त आयोग के माध्यम से राज्यों को अधिक धन देने की पहल की और लोग इसके बारे में जानते हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर आप ऐसे चुनावी वादे करते हैं जिसके जरिए आप खजाना खाली करना चाहते हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके पास वेतन देने के लिए भी धन नहीं है, तो ऐसी स्थिति में भारत सरकार मदद नहीं कर सकती है.''

Advertisement

उन्होंने कहा कि सभी को विकास और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को ध्यान में रखकर बजट बनाना चाहिए और भारत सरकार यही कर रही है.

Advertisement

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के मुद्दे पर भी बोले शाह 

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' मुद्दे पर शाह ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है.

Advertisement

उन्होंने कहा कि क्योंकि लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए चुनाव के बाद लोग इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं.

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि देश के सर्वांगीण विकास और राष्ट्र के समग्र कल्याण के लिए एक साथ चुनाव जरूरी है.

ये भी पढ़ें :

* "कई मायनों में रही ऐतिहासिक..." : ओम बिरला ने 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के समापन पर गिनाईं उपलब्धियां
* क्या अकाली दल की बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA में वापसी होगी? जानिए - अमित शाह ने क्या कहा
* "मुस्लिम भाइयों को गुमराह किया जा रहा": केंद्र ने नागरिकता कानून का उद्देश्य स्पष्ट किया

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Iran Israel War: आत्मसमर्पण हमारी डिक्शनरी में नहीं: Ali Khamenei | X-Ray Report With Manogya Loiwal