केंद्र सरकार ने कोविड वैक्सीन की 44 करोड़ डोज की खरीद के लिए ऑर्डर दिया

एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा- बच्चों में कोविड की तीसरी लहर का ज्यादा असर होने का कोई प्रमाण नहीं

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प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

कई राज्यों द्वारा बार-बार कोरोना वैक्सीन की किल्ल्त की श‍िकायतों के बीच मंगलवार को केंद्र सरकार ने बताया कि उसने वैक्सीन के 44 करोड़ डोज के लिए ऑर्डर दे दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि कुछ राज्यों ने पिछले महीने कहा था कि टीकों की खरीदी केंद्र द्वारा की जाए. उन्होंने कहा कि कोविशील्ड की 25 करोड़ डोज का ऑर्डर और कोवैक्सीन की 19 करोड़ डोज का ऑर्डर कंपनियों को दे दिया गया है. यह एडवांस ऑर्डर दिया गया है जिसके लिए 30 फीसदी पेमेंट एडवांस में दिया जाएगा.

पिछले ही हफ्ते सरकार ने कहा था कि उसने हैदराबाद स्थ‍ित कंपनी बायोलॉजिकल-ई की कोरोना वैक्सीन के 30 करोड़ डोज की बुकिंग की है जिसका ट्रायल जारी है और इसके सितंबर तक मिलने की उम्मीद है.

कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी वेव कब आ सकती है? क्या बच्चों पर इसका असर होगा? प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन सवालों पर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के  डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने कहााकि अनलॉकिंग के साथ ह्यूमन बिहेवियर बदल जाता है और फिर नई वेव बनती है. उन्होंने बच्चों को लेकर कहा कि अब तक कहीं से कोई डाटा नहीं है, ग्लोबल डाटा भी नहीं है कि इससे बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे. इसका कोई प्रमाण नहीं है. नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि केंद्र सरकार ने 74 करोड़ वैक्सीन डोज की खरीदी के लिए ऑर्डर दे दिया है. 

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डॉ गुलेरिया ने कहा कि अब तक दुनिया में बच्चों में कोविड का सीरियस इन्फेक्शन होने का डाटा नहीं की है. ग्लोबल डेटा देखने के बाद भी यह नहीं कहा जा सकता है कि कोरोना की अगली वेव में बच्चों के किए ज्यादा खतरा है. उन्होंने कहा कि अगली वेव को रोकने को लेकर CAB (कोविड से बचाव के लिए उपयुक्त व्यवहार) अपनाएं. 

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नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि कुछ राज्यों ने पिछले महीने कहा था कि टीकों की खरीदी केंद्र द्वारा की जाए. उन्होंने कहा कि कोविशील्ड की 25 करोड़ डोज का ऑर्डर और कोवैक्सीन की 19 करोड़ डोज का ऑर्डर कंपनियों को दिया गया है. यह एडवांस ऑर्डर दिया गया है जिसके लिए 30 फीसदी पेमेंट एडवांस में दिया जाएगा. 

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स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी लव अग्रवाल ने कहा कि मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ की वेबसाइट में सारी जानकारी उपलब्ध है. क्लीनिकल मैनेजमेंट इन्वॉल्व है. एक विस्तृत चर्चा के बाद गाइडलाइन जारी की जाती है जो DGHS की साइट पर गाइडलाइन एनालिसिस स्टेज पर है. फाइनल गाइडलाइन मिनिस्ट्री की साइट पर डाली जाएगी. 

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हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि डीजीएचएस की जिस गाइडलाइन में कोरोना मरीजों के ट्रीटमेंट से आइवरमेक्टिन, एचसीक्यू, एंटीबायोटिक हटाई गई है, वह गाइडलाइन अभी वर्क इन प्रोग्रेस है. टॉस्क फोर्स और एक्सपर्ट उसका मूल्यांकन कर रहे हैं. फैसला होने के बाद वह हेल्थ मिनिस्ट्री की गाइडलाइन बनेगी.

गौरतलब है कि दो महीनों से भी ज्यादा समय के बाद मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमण के एक लाख से कम मामले दर्ज किए गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार की सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में देश में कोविड-19 संक्रमण के 86,498 नए मामले दर्ज किए गए हैं. यह पिछले 66 दिनों में सबसे कम दैनिक मामले हैं. इसके बाद भारत में कोरोना के सक्रिय मरीजों की तादाद 13 लाख के आंकड़े पर पहुंच गई है. इन 24 घंटों में एक्टिव मरीजों की संख्या में 97,907 की गिरावट आई है, कुल सक्रिय मामलों की संख्या 13,03,702 हो गई है. 

कोविड से मौतों की बात करें तो मंगलवार की सुबह समाप्त 24 घंटों में 2123 मरीजों की मौत हुई है, जिसके बाद कुल मृतकों की संख्या 3 लाख 51 हजार 309 हो गई है. मृत्यु दर 1.21 फीसदी दर्ज की गई है तो वहीं रिकवरी रेट बढ़कर 94.29 फीसदी पर आ गई है. इसके अलावा एक्टिव मरीजों का प्रतिशत भी 4.5 दर्ज किया गया है. साप्ताहिक संक्रमण दर 6 फीसदी के नीचे आ गई है.

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आज लगातार 26वां दिन है जब कोरोना संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या दैनिक नए मामलों से ज्यादा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों में 1,82,282 मरीज इस वायरस के प्रकोप से मुक्त हुए हैं. जबकि अब तक कुल 2.73 करोड़ लोग अब इस वायरस तो मात देने में कामयाब रहे हैं. 

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