केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को बैंक धोखाधड़ी मामले (Bank Fraud Cases Search Operation) में 11 राज्यों के 100 से ज्यादा स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. सीबीआई के मुताबिक, यह कार्रवाई धोखेबाजों के खिलाफ अभियान का एक हिस्सा है. CBI के अधिकारियों का कहना है कि यह 3700 करोड़ रुपये से ज्यादा के कथित बैंक धोखाधड़ी मामले के तहत 100 से ज्यादा स्थानों पर देशव्यापी छापेमारी की गई. ये कार्रवाई बैंक धोखाधड़ी के 30 से ज्यादा मामलों से जुड़ी हुई है.
बैंक धोखाधड़ी के इन मामलों में केंद्रीय जांच एजेंसी को इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआई, आईडीबीआई, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और सेंट्रल बैंक से शिकायतें मिली थीं. सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने यह जानकारी दी.सीबीआई का कहना है कि बैंक धोखाधड़ी करने वाली कई कंपनियां दिवालिया हो रही हैं और उनके द्वारा लिया गया कर्ज एनपीए बनता जा रहा है. इससे सरकारी बैंकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
ये छापे दिल्ली, कानपुर, गाजियाबाद, मथुरा, नोएडा, गुरुग्राम, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, भोपाल, सूरत, वडोदरा समेत कई बड़े स्थानों पर मारे गए. जोशी का कहना है कि सीबीआई को कई बैंकों से धोखाधड़ी, फंड इधर से उधर करने, फर्जी दस्तावेज पेश कर लोन लेने जैसी कई शिकायतें मिल रही थीं.
जांच के बाद सीबीआई ने बैंक धोखाधड़ी से जुड़े इन मामलों में केस दर्ज किया. गहन जांच के बाद दोषियों पर शिकंजा कसने, उन्हें कानून के कठघरे में खड़ा करने और जनता के धन को डूबने से बचाने के लिए ये गहन छापेमारी की गई है. हालांकि तलाशी अभियान के बाद क्या बरामद हुआ है और किन लोगों पर कार्रवाई हो रही है, इसका अभी कोई ब्योरा नहीं दिया गया है