CBI ने आरजी कर अस्पताल में हुए निर्माणकार्यों को लेकर PWD को जारी किया नोटिस

सीबीआई ने पिछले 3 साल में आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल में हुए कंस्ट्रक्शन और टेंडरों से जुड़ी जानकारी मांगी है. इसी हॉस्पिटल में पिछले दिनों जूनियर महिला डॉक्‍टर की रेप के बाद हत्‍या कर दी गई थी.

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CBI ने आर जी कर कॉलेज में हुए कंस्ट्रक्शन को लेकर नोटिस जारी किया
नई दिल्‍ली:

कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल में हुए कंस्ट्रक्शन को लेकर सीबीआई ने पीडब्ल्यूडी को नोटिस जारी किया है. सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने पिछले 3 साल में यहां हुए कंस्ट्रक्शन और टेंडरों से जुड़ी जानकारी मांगी है. आर जी कर हॉस्पिटल में ही पिछले दिनों जूनियर महिला डॉक्‍टर की रेप के बाद हत्‍या कर दी गई थी. इस मामले की जांच सीबीआई ही कर रही है. इस मामले की जांच के दौरान ही सीबीआई को अस्‍पताल में चल रहे कथित भ्रष्‍टचार के मामले की जानकारी मिली है. 

प्रिंसिपल के ठिकानों पर छापेमारी 


सीबीआई के अधिकारियों ने पिछले रविवार को पूर्व प्रिंसिपल के आवास की तलाशी ली और उनसे पूछताछ की. घोष को सुबह पूर्वाह्न करीब 10.45 बजे साल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स के अंदर टहलते देखा गया, जहां एजेंसी का पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय है. सीबीआई की कई टीम ने बृहस्पतिवार को अपनी जांच के तहत सरकारी कर अस्पताल का दौरा किया. सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी के निजाम पैलेस कार्यालय की तीन टीम में से पहली टीम अस्पताल के मुर्दाघर पहुंची और वहां की बुनियादी संरचना, शवों को सुरक्षित रखने और पोस्टमार्टम करने से जुड़े प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी ली.

प्रिंसिपल संदीप घोष पर कई गंभीर आरोप 

अधिकारियों ने बताया कि पांच सदस्यीय टीम ने मुद्दे पर और स्थिति स्पष्ट करने के इरादे से फोरेंसिक विभाग के प्रमुख और वर्तमान वाइस प्रिंसिपल डॉ. सप्तर्षि चटर्जी सहित अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मचारियों से बातचीत की. केंद्रीय एजेंसी यह जांच अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली द्वारा की गई शिकायतों के बाद कर रही है, जिसमें उन्होंने घोष के प्रधानार्चाय के रूप में कार्यकाल के दौरान लावारिस शवों की तस्करी, जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के निपटान में भ्रष्टाचार, निर्माण निविदाओं में भाई-भतीजावाद जैसे वित्तीय कदाचार के अन्य आरोप लगाए थे. 

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कई सवाल अब भी अनसुलझे

कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई द्वारा जांच का अपने हाथ में लिए जाने के 18 दिन बीत जाने के बाद भी इस अपराध से जुड़े कई सवाल अनसुलझे हैं. जनता के बीच घूम रहे हैं, जिनमें क्या इस अपराध में एक से अधिक लोग शामिल थे? पीड़िता के जननांगों में पाए गए द्रव के डीएनए परीक्षण के नतीजे क्या निकले? पीड़िता के नाखूनों में पाए गए ऊतक के नमूनों की फोरेंसिक परीक्षण रिपोर्ट, क्या अपराध स्थल में कथित परिवर्तन के लिए जिम्मेदारियां तय की गई हैं शामिल हैं? कलकत्ता हाई कोर्ट ने 9 अगस्त को डॉक्‍टर से दुष्कर्म-हत्या का मामला और घोष के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों की दोहरी जांच क्रमश: 13 अगस्त और 23 अगस्त को सीबीआई को सौंपी थी.

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