बुलंदशहर का गैंगरेप और हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कोर्ट में 16 साल की पीड़िता के पिता ने याचिका दाखिल की है. बलात्कार पीड़िता के पिता ने कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की है. मामले की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जज की देखरेख में एसआईटी (SIT) जांच की मांग की गई है. पीड़ित के पिता ने अपनी याचिका में कहा है कि अब तक निष्पक्ष जांच की कोई संभावना नहीं है. उन्होंने सबूत मिटाने के लिए यूपी सरकार के अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग भी की है.
पीड़ित के पिता ने सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के मौजूदा या रिटायर जज की अगुवाई में CBI या SIT जांच की मांग की है. उन्होंने खुद के गवाहों के लिए सुरक्षा की मांग भी की है. उन्होंने पीड़िता के दाह संस्कार और उसके परिवार के सदस्यों की अवैध हिरासत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की है. उन्होंने पीड़िता के शव को गलत तरीके से संभालने के लिए यूपी सरकार के अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की है.
दरअसल हाथरस की घटना की तरह पिछले महीने बुलंदशहर गैंगरेप मामला सुर्खियों में आया था. परिजनों के अनुसार नाबालिग 21 जनवरी 2022 को उस समय लापता हो गई थी, जब वह पशुओं के लिए चारा लाने के लिए निकली थी. बाद में उसका शव खेत में बरामद किया गया. पास के गांव का रहने वाला एक युवक भी वहां बेहोशी की हालत में मिला था.
पुलिस ने दावा किया कि युवक के नाबालिग के साथ संबंध थे और उसने बहस के बाद उसकी हत्या कर दी. फिर खुद को भी मारने की कोशिश की. हालांकि परिवार ने दावा किया कि लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस ने उन्हें रात में शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया.
पुलिस ने हालांकि आरोपों से इनकार किया लेकिन कहा कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है.