लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बस्ती लोकसभा सीट (Basti Lok Sabha Seat) पर बहुजन समाज पार्टी ने बड़ा उलटफेर किया है, जिसके बाद इस सीट पर चुनाव दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है. आखिरी मौके पर बसपा ने अपना प्रत्याशी बदलकर राजनीतिक दलों के गणित को गडबड़ा दिया है. पार्टी ने दयाशंकर मिश्रा का टिकट काटकर लवकुश पटेल को उम्मीदवार बनाया है. दयाशंकर मिश्रा ने बीजेपी छोड़कर बसपा का दामन थामा था और एक मई को बसपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया था. वहीं अब बसपा ने प्रत्याशी बदलकर लवकुश पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
लवकुश पटेल तीन बार के विधायक स्वर्गीय नंदू चौधरी के बेटे हैं. नंदू चौधरी सपा के मौजूदा प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी के बहुत करीबी थे. ऐसे में अब उनके बेटे सपा प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी के सामने बसपा के टिकट पर ताल ठोकने के लिए मैदान में हैं. राम प्रसाद चौधरी कुर्मी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. बसपा से लवकुश पटेल के मैदान में आने से कुर्मी वोट बैंक बंट सकता है, जिसका सीधा फायदा भाजपा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी को मिल सकता है. जातीय समीकरण में अभी तक राम प्रसाद चौधरी आगे नजर आ रहे थे.
ये है बस्ती में जातीय समीकरण
जातीय समीकरण की बात की जाए तो बस्ती लोकसभा सीट पर 3.5 लाख ब्राह्मण, 3.5 लाख चौधरी, 1.75 लाख दलित, 1.75 लाख मुस्लिम, 1.10 लाख यादव, 1 लाख ठाकुर और 6 लाख अति पिछड़ा वोटर हैं. ऐसे में अगर चौधरी वोट बंटता है तो इसका सीधा लाभ बीजेपी के हरीश द्विवेदी को मिलेगा.
लवकुश पटेल ने आखिरी दिन किया नामांकन
वहीं आखिरी दिन अपना नामांकन करने वाले लवकुश पटेल ने कहा की बसपा से मेरा टिकट क्लियर हो गया है. आधिकारिक रूप से घोषणा हो जाएगी, मैंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. वहीं सपा प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी और उनके पिता के बीच अच्छे संबंध के सवाल पर उन्होंने कहा की आप उनसे ही पूछिए, मैं अपनी जगह हूं.
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