पूरे देश में कोरोना के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हालत यह है कि अस्पतालों में बेड खाली नहीं है और मरीज को भर्ती कराने के लिए परिजनों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. मध्य प्रदेश के रीवा शहर के संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में BSF का एक जवान कोरोना संक्रमित पत्नी को लेकर 8 घंटों तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर लगाता रहा, लेकिन इसकी सुनने वाला कोई नही था. 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बड़ी मुश्किल से जवान की पत्नी को भर्ती कराया गया और इलाज शुरू हो पाया.
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सीधी जिले के निवासी विनोद तिवारी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स त्रिपुरा में तैनात हैं. विनोद की पत्नी अचानक कोरोना वायरस की चपेट में आ गई, ऐसे में पत्नी को अस्पताल कराने के लिए उन्हें रीवा आना पड़ा. लेकिन जवान को करीब 8 घंटे तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर काटने पड़े. कही कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. कार में लेटी पत्नी के लिए जवान हर किसी को मिन्नत करता रहा. बीएसएफ जवान विनोद तिवारी ने आशा भरी नजरों से लोगों से मदद की गुहार लगाई तब कहीं जाकर उनकी पत्नी को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. बीएसएफ के इस जवान का कहना है, 'पत्नी के कोरोना संक्रमित होने की खबर जैसे ही उन्हें लगी तो वह ड्यूटी से 4 दिनों की छुट्टी लेकर उसके इलाज के लिए घर आए हैं लेकिन सरकारी सिस्टम की नाकामी ने उन्हें भी परेशान कर दिया.'
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