हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) के लिए सभी 90 सीटों पर एक ही चरण में 5 अक्तूबर को वोट डाले जाएंगे. मतों की गणना 8 तारीख को होगी. इस बीच टिकट नहीं मिलने से कई दलों के बागी मैदान में उतर गए हैं. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की तरफ से बागियों पर अनुशासन का डंडा चलाया गया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे 8 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहनलाल बडौली की तरफ से जारी आदेश के अनुसार लाडवा सीट से बागी उम्मीदवार संदीप गर्ग, असन्ध सीट से बागी प्रत्याशी जिलेराम शर्मा, गन्नौर सीट से देवेंद्र कादयान, सफीदो से बच्चन सिंह आर्य, रानिया से रणजीत चौटाला, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से चुनाव लड़ रहे केहरसिंह रावत को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
रानिया सीट से मैदान में उतरे पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला ने बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बीजेपी की पहली लिस्ट से अपना नाम गायब देखने के बाद रणजीत सिंह चौटाला ने अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई थी.बाद में उन्होंने बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
5 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट
बताते चलें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. 8 अक्टूबर को मतों की गणना होगी. हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है. 1 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग होकर राज्य का गठन हुआ था. राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं. बहुमत के लिए किसी भी राजनीतिक दल को 46 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. राज्य की 90 सीटों में से 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं.
ये भी पढ़ें-:
राम रहीम ने हरियाणा चुनाव से पहले मांगी पैरोल, EC ने राज्य सरकार से पूछा- क्या इमरजेंसी?